UP By-Election 2022: उत्तर प्रदेश में मैनपुरी उपचुनाव (Mainpuri By-Election) ने राज्य में सियासी पारा चढ़ा रखा है. इस सीट पर समाजवादा पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) प्रत्याशी हैं. जबकि सूत्रों के अनुसार बीजेपी (BJP) नेता और मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) मैनपुरी (Mainpuri) से चुनाव नहीं लड़ना चाहती हैं.
अपर्णा यादव ने गुरुवार देर शाम यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से मुलाकात की. जिसके बाद चर्चा शुरू हुई कि बीजेपी उन्हें मैनपुरी से उम्मीदवार बना सकती है. लेकिन सूत्रों के अनुसार बीजेपी मैनपुरी उपचुनाव के लिए किसी शाक्य उम्मीदवार के नाम पर विचार कर रही है. इस रेस में प्रेम सिंह शाक्य, रघुराज सिंह शाक्य और ममतेश शाक्य के नाम पर विचार कर रही है.
क्या है वजह?
लेकिन सबसे दूसरी ओर कहा जा रहा है कि अपर्णा यादव मैनपुरी उपचुनाव में नहीं लड़ना चाहती हैं. दरअसल, इसके पीछे की वजह उनके पति और नेताजी के छोटे बेटे प्रतीक यादव के एक बयान को माना जा रहा है. जब प्रयागराज में नेताजी के अस्थि वसर्जन हो रहा था तो प्रतीक यादव की एक प्रतिक्रिया काफी चर्चा में रही थी.
प्रतीक यादव ने नेताजी की सियासी विरासत को लेकर कहा था, "नेताजी के निधन से उनका व्यक्तिगत और पूरे समाज का बड़ा नुकसान हुआ हैं. नेताजी की सियासी विरासत को अखिलेश भैया ही संभालेंगे. वह पहले से ही दूसरे कामों में थे और खुद को उन्हीं कामों में व्यस्त रखेंगे. सियासत से उनका आगे भी कोई लेना देना नहीं रहेगा."
प्रतीक यादव के इस बयान को अब मैनपुरी उपचुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि मैनपुरी में अपर्णा परिवार के खिलाफ नहीं जाना चाहती हैं. इसके पीछे खास तौर पर प्रतीक यादव के इस बयान के मुख्य वजह से रूप में देखा जा रहा है.