Lok Sabha Election 2024: अमेठी या रायबरेली में ही क्यों भारत जोड़ो न्याय यात्रा का साथ देंगे अखिलेश? समझें सियासी मायने
Bharat Jodo Nyay Yatra: रायबरेली या अमेठी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हिस्सा बनने की घोषणा कर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की परंपरा का पालन करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress MP Rahul Gandhi) भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) पर निकले हैं. राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 फरवरी को चंदौली से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी. उत्तर प्रदेश में सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) ने राहुल गांधी के साथ चलने का एलान किया है. रायबरेली या अमेठी में अखिलेश यादव भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हिस्सा बनेंगे. उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो न्याय यात्रा 11 दिनों तक चलेगी.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हिस्सा बनेंगे अखिलेश यादव
अखिलेश यादव के रायबरेली या अमेठी को चुनने पर राजनीतिक पंडित सवाल खड़े कर हैं. उनका कहना है कि इंडिया गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं है. सपा ने कांग्रेस के लिए लोकसभा की 11 सीटें छोड़ी है. 11 सीटों पर कांग्रेस की मुहर नहीं लगने से भी ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. अखिलेश यादव ने कहा है कि मल्लिकार्जुन खरगे ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का निमंत्रण भेजा था. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने की घोषणा की. सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव की तरफ से लोकसभा की 11 सीट मिलने पर कांग्रेस खुश नहीं है. नाराजगी पर कांग्रेस ने चुप्पी की चादर ओढ़ ली है.
अमेठी या रायबरेली में साथ देने के पीछे क्या है रणनीति?
कांग्रेस के अंदरखाने चर्चा है कि अखिलेश यादव बहुजन समाज पार्टी का साथ चाहते हैं. बसपा का साथ मिलने पर हो सकता है अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं होंगे. रणनीति के तहत अखिलेश यादव पहले ही सीटें बांटकर बड़ा दिल दिखाने का दावा कर रहे हैं. मुलायम सिंह यादव अमेठी और रायबरेली की सीट हमेशा गांधी परिवार के लिए छोड़ा करते थे. रायबरेली या अमेठी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हिस्सा बनने की घोषणा कर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की परंपरा का पालन करते हुए दिखाई दे रहे हैं. कांग्रेस भी सपा के दिग्गज नेताओं का ध्यान रखते हुए प्रत्याशी नहीं उतारती थी. मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और डिंपल यादव की सीटें भी शामिल हैं.