UP News: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) पर सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) अकसर निशाना साधते रहते हैं. वे खास तौर पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को भी टारगेट करते रहे हैं. वहीं कई मौकों पर उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का बखान किया है. लेकिन अभी शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने ओपी राजभर के खिलाफ बयान नहीं दिया. वहीं पल्लवी पटेल (Pallavi Patel) के बयान को इसकी वजह बताई जा रही है.
जब सपा विधायक से पूछा गया कि ओपी राजभर की जरूरत सपा गठबंधन को है या नहीं. इसपर पल्लवी पटेल ने कहा, "मैंने हमेशा कहा है कि अगर ओम प्रकाश राजभर हमारे साथ नहीं है तो मेरी हमेशा कोशिश रहेगी कि वो हमारे साथ हों. क्योंकि मैं मानती हूं कि एक-एक उंगली जोड़कर ही मुट्ठी बनती है और अलग होकर बिखर जाती है. जिस तरह से वो अपनी बातों को रखते हैं वो सीधे जनता से कनेक्ट करते हैं."
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क्या दिया जवाब?
सिराथू विधायक ने कहा, "जनता ऐसे ही लोगों को पसंद करती है. आपने पहले ही हमसे पूछा था कि क्या शिवपाल यादव फिर साथ आएंगे. तब मैंने कहा था कि मैं भविष्य वक्ता नहीं हूं लेकिन आशा रखती हूं. मैं फिर आज करूंगी मैं भविष्य वक्ता तो नहीं हूं लेकिन आशा रखती हूं." ये जवाब उनका 2022 की तरह 2024 में फिर से सपा गठबंधन के साथ ओम प्रकाश राजभर को लाने के सवाल पर आया है.
अब पल्लवी पटेल के बयान के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. जिसके बाद माना जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव के बीजेपी की तरह ओपी राजभर पर निशाना नहीं साधने की ये मुख्य वजह है. पल्लवी पटेल ने अपने बयान से जरिए स्पष्ट कर दिया कि शिवपाल कि तरह सुभासपा की भी सपा गठबंधन में फिर से वापसी की संभावना है.