(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP By-Election: उपचुनाव के बीच सपा के खिलाफ सॉफ्ट दिख रहीं मायावती, BJP पर सीधा टारगेट, क्या है संकेत?
यूपी उपचुनाव (UP By-Election) के बीच बीएसपी (BSP) चीफ मायावती समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के खिलाफ सॉफ्ट नजर आ रही हैं. जबकि दूसरी ओर बीजेपी सरकार पर उन्होंने जमकर निशाना साधा है.
UP By-Election 2022: उत्तर प्रदेश में तीन सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है. हालांकि तीनों ही सीटों पर बीजेपी (BJP) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बीच सीधा मुकाबला है. जबकि बसपा (BSP) और कांग्रेस (Congress) ने उपचुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं. लेकिन उपचुनाव के बीच में बीएसपी प्रमुख मायावती (Mayawati) अचानक से एक्टिव हो गई हैं.
उपचुनाव चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी और सपा के बीच हो रही बयानबाजी में अब मायावती एक्टिव नजर आ रही हैं. लेकिन बीते कुछ बयानों पर गौर करें तो उनका निशाना सीधे तौर पर बीजेपी सरकार पर रहा है. जबकि दूसरी ओर बसपा प्रमुख सपा के खिलाफ सॉफ्ट दिख रही हैं. इसके लिए हमें उनके बीत कुछ ट्वीट पर ध्यान देना होगा.
उपचुनाव के लिए नामांकन शुरू होने के बाद मायावती का पहला ट्वीट 14 नवंबर को आया था. जबकि उपचुनाव के लिए नामांकन 10 नवंबर को शुरू हो गया था. 14 नवंबर के ट्वीट में उन्होंने रायबरेली में दबंगों द्वारा कई दलितों को मार-मार कर अधमरा करने का मुद्दा उठाया. ऐसी बढ़ती हुई घटनाओं पर बीएसपी ने सख्त कदम उठाए जाने की मांग रख दी.
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इन ट्वीट के जरिए कई मुद्दों पर घेरा
इसके बाद 16 नवंबर को बसपा प्रमुख का फिर ट्वीट आया. तब उन्होंने बीजेपी के पसमांदा सम्मेलन और बीजेपी-आरएसएस के पूराने बयानों को लेकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने मुस्लिम समाज, पसमांदा और उपेक्षितों की बात रखी. तब मायावती ने कानून व्यवस्था का भी मुद्दा उठाया.
इसके बाद रोजगार, बुनियादी सुविधाओं, पक्के मकान और फ्री राशन का मुद्दा उठाया. उन्होंने खेती योग्य भूमि के अधिग्रहण समेत कई मुद्दों पर बीजेपी सरकार को निशाना बनाया.
अब मायावती ने अपने ताजा ट्वीट में महंगाई, बेरोजगारी को लेकर लोगों में बेचैनी, हताशा व निराशा की बात कही है. उन्होंने बीजेपी सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा कि गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई आदि अब असली राजनीतिक और चुनावी चिन्ता नहीं रही है.
बता दें कि बीते उपचुनावों के दौरान बसपा पर अपने फैसले के जरिए बीजेपी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगता रहा है. ऐसे में बीते कुछ दिनों से बीएसपी प्रमुख के इन बयानों के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.