Varanasi News: भगवान विश्वनाथ की नगरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय वाराणसी को बड़ी सौगात मिलने वाली है. काशी में देश का सबसे चौड़ा रेल और रोड पुल बनाया जाएगा. बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इसको मंजूरी दी गयी. गंगा पर 137 साल पुराने मालवीय पुल के ठीक बगल में बनने वाले इस पुल पर ऊपर छह लेन की सड़क और नीचे चार लाइन का रेल ट्रैक होगा. इस पुल के बन जाने से लोगों का समय डीजल की बचत होगी.
करीब 2642 करोड़ की लागत से बनने वाले नए पुल से हर साल 8 करोड़ लीटर डीजल यानी 638 करोड़ रुपये की भी बचत होगी. अभी चंदौली से वाराणसी आने वाले बड़े वाहनों को 137 साल पुराने मालवीय पुल पर चढ़ना प्रतिबंधित है. ऐसे में इन वाहनों को डाफी बाइपास से आना होता है. इससे समय और ज्यादा डीजल खर्च करना होता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार यानी 20 नवंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचेंगे. चर्चा इस बात की है कि प्रधानमंत्री इस दौरान करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट की घोषणा भी कर सकते हैं. माना ये भी जा रहा है कि इस दौरान पुल का शिलान्यास भी हो सकता है.
पुल निर्माण से आवागमन मे होगी आसानी
इस पुल के बनने और शुरू होने के बाद यूपी से बिहार और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में रेल और सड़क मार्ग से आवागमन आसान और किफायती हो जाएगा. इधर बरेली में मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी योगी सरकार कर रही है. बरेली में मेट्रो का सर्वे पूरा हो चुका है. 6000 करोड़ के इस प्रोजेक्ट से 22 किलोमीटर का मेट्रो कॉरिडोर बनकर तैयार होगा. रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनामिक सर्विस (राइट्स) ने अपनी रिपोर्ट बरेली विकास प्रकरण को सौंप दी है. मेट्रो ट्रेन शुरू हो जाने के बाद लोगों को जाम में परेशान नहीं होना पड़ेगा.
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