यूपी: जेई पर 10 साल तक 50 बच्चों से यौन शोषण का आरोप, सीबीआई ने किया पत्नी को गिरफ्तार
पॉक्सो अदालत के सहायक शासकीय अधिवक्ता (एडीजीसी) मनोज दीक्षित ने बताया, "सीबीआई के उपाधीक्षक (सीओ) अमित कुमार ने बाल यौन शोषण के आरोप में 18 नवंबर से जेल में बंद सिंचाई विभाग के जेई रामभवन की पत्नी दुर्गावती को उसके नरैनी कस्बे के निजी आवास से गिरफ्तार किया है."
बांदा. यूपी के बांदा में बाल यौन शोषण मामले में जेल में बंद सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) के परिवार पर सीबीआई अपना शिकंजा कस रही है. सीबीआई ने सोमवार को जेई की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद रिमांड मजिस्ट्रेट ने उसे चार जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
पॉक्सो अदालत के सहायक शासकीय अधिवक्ता (एडीजीसी) मनोज दीक्षित ने बताया, "सीबीआई के उपाधीक्षक (सीओ) अमित कुमार ने बाल यौन शोषण के आरोप में 18 नवंबर से जेल में बंद सिंचाई विभाग के जेई रामभवन की पत्नी दुर्गावती को उसके नरैनी कस्बे के निजी आवास से गिरफ्तार किया है."
चार जनवरी तक न्यायिक हिरासत में पति-पत्नी उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त को रिमांड मजिस्ट्रेट सिविल जज (सीनियर डिवीजन) भारतेंदु प्रकाश गुप्ता की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे चार जनवरी तक के लिए जेल भेज दिया गया है. बाल यौन शोषण का आरोपी जेई भी चार जनवरी तक की न्यायिक हिरासत में है. दीक्षित ने आगे बताया कि जेई की पत्नी दुर्गावती पर पॉक्सो अधिनियम की धारा-17 (बाल यौन शोषण अपराध में मदद करना और छिपाना) और 120बी (षड्यंत्र में शामिल होना) के तहत आरोप है.
गौरतलब है कि सीबीआई ने कथित तौर पर 50 बच्चों का यौन शोषण करने और उनके अश्लील वीडियो व फोटो पॉर्न साइटों को बेचने के मामले 16 नवंबर को जेई रामभवन को गिरफ्तार किया था. उस पर करीब 10 साल से इस कृत्य को करने का गंभीर आरोप है. सीबीआई की टीम ने चित्रकूट में जूनियर इंजीनियर और उसके साथियों के आवास की तलाशी ली थी. तलाशी के दौरान करीब आठ लाख रुपया नकद, 12 मोबाइल फोन, लैपटॉप, वेब-कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज डिवाइस मिले थे.
वीडियो और फोटोग्राफ की करता था बिक्री जूनियर इंजीनियर बांदा, चित्रकूट और आसपास के जिलों में बच्चों के यौन शोषण में शामिल था. आरोपी कथित तौर पर ऑनलाइन वीडियो और फोटोग्राफ की बिक्री भी करता था. जनवरी में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के डाटा के अनुसार, भारत में हर रोज 100 से अधिक बच्चों का यौन शोषण होता है. पिछले साल के मुकाबले इसमें करीब 22 फीसदी का उछाल आया है.
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