जंगली हाथी ने दो लोगों को उतारा मौत के घाट, ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम और डीएफओ को बनाया बंधक Haridwar News
वन विभाग ने गावं में हाथी से सावधान रहने और घरों से बाहर नहीं निकलने को लेकर मुनादी भी करवाई थी मगर इसका असर देखने को नहीं मिला और हाथी के हमले में दो लोगों की मौत हो गई।
हरिद्वार, एबीपी गंगा। हरिद्वार के कनखल थानाक्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांवों में हाथियों ने आतंक मचा रखा है। हाथियों ने रविवार को पंजहेड़ी और जियापोता गावं में 2 लोगों पर हमला कर दिया जिसमें एक पुरुष और एक महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई। गावं में हाथियों के आतंक से आक्रोशित लोगों में वन विभाग के खिलाफ नाराजगी है। गुस्साए स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम और डीएफओ को बंधक बना लिया। मौके पर स्थानीय विधायक भी पहुंचे जिसके बाद वन विभाग की टीम और डीएफओ को छुड़ाया जा गया।
हाथियों का झुंड पिछले कई दिनों से इन गांवों में घूम रहा है। रविवार को इनमें से एक हाथी को छोड़कर बाकी वापस जंगल में चले गए। एक हाथी ने गावं में आतंक मचाए रखा। वन विभाग ने गावं में हाथी से सावधान रहने और घरों से बाहर नहीं निकलने को लेकर मुनादी भी करवाई थी मगर इसका असर देखने को नहीं मिला और हाथी के हमले में दो लोगों की मौत हो गई।
डीएफओ आकाश वर्मा का कहना है कि जंगली हाथी के हमले में एक व्यक्ति सुरेंद्र चौहान पुत्र स्व बिशम्भर चौहान की मौके पर मौत हो गई और एक महिला घायल हो गई। गंभीर हालत में महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई। हाथी अभी भी गावं के आसपास घूम रहा। दो लोगों की मौत के बाद गावं में मातम पसरा हुआ है। डीएफओ और वन कर्मी हाथी को जंगल में वापस भेजने की कावयाद में जुट गए हैं
डीएफओ आकाश वर्मा का यह भी कहना है कि दो मौतों से ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे। स्थानीय ग्रामीणों की मांग थी कि हाथियों के आवागमन पर रोक लगाने के लिए कोई स्थाई समाधान निकाला जाना चाहिए। स्थाई समाधान निकालने के लिए ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया है, इस दिशा में जो भी प्रभावी कदम होंगे वह उठाए जाएंगे।
जंगली हाथियों की रोकथाम के लिए कई काम होने हैं जिसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा और जल्द से जल्द इन कार्यों को पूरा करने की कोशिश की जाएगी। कुंभ में भी कई कार्यों के लिए प्रस्ताव भेजे गए हैं इन प्रस्तावों से भी हाथियों की रोकथाम के लिए कार्य किए जाएंगे।