UP Nagar Nikay Chunav 2023: निकाय चुनाव को लेकर एक तरफ जहां सियासी दल सीटों पर प्रत्याशी का नाम तय करने और चुनाव जीतने की रणनीति पर काम कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी बात को एक-एक व्यक्ति तक पहुंचाने की भी कोशिश की जा रही है. निकाय चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने का जिम्मा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी व नेता संभाल रहे हैं तो सोशल मीडिया की कमान युवाओं के हाथ में है. 


सबसे पहले बात करते हैं सत्ताधारी दल यानी भाजपा की. भाजपा के लखनऊ महानगर के मीडिया प्रभारी प्रवीण गर्ग ने बताया की सोशल मीडिया पर चाहे फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम इन सभी पर महापौर का पेज बन चुका है. सभी कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण करते हैं. इसके अलावा सभी 110 वार्ड में जो भी भाजपा प्रत्याशी है उन सब के पेज लगभग तैयार हैं. नीचे मंडल स्तर पर, वार्ड स्तर पर टीम बनी है. हर स्तर पर आईटी संयोजक बनाए गए हैं. एक-एक वार्ड पर 10-10 लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप के लिए रखा है. 5000 लोगों के कम्युनिटी ग्रुप बनाए हैं. इस पर हम अपनी खबरें, कार्यक्रम और एक दिन पहले से अगले दिन के कार्यक्रम भी डालते है. जिससे लाखों लोगों तक हमारी बात पहुंचती है. 


आप ने गोमती नगर में बनाया वॉर रूम


सोशल मीडिया के मामले में आम आदमी पार्टी भी कम नहीं है. पार्टी ने अपने गोमतीनगर स्थित प्रदेश कार्यालय पर मुख्य वॉर रूम बना रखा है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने बताया कि सीमित संसाधनों के बावजूद उनके पास प्रोफेशनल्स और वोलेंटियर्स की भारी भरकम टीम है. हर वार्ड तक अपनी बात को पहुंचा रहे हैं. यूपी का चुनाव एक बड़ा चुनाव है, मुद्दों को नीचे तक पहुंचाना जरूरी है. हर हाथ में आज मोबाइल है, यह सबसे बड़ा हथियार है. वैभव ने कहा उनके कंट्रोल रूम में दिन-रात काम चलता है. 


आप नेता ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, भाजपा का आईटी सेल नेगेटिविटी फैलाता है, दंगे भड़काता है और हम लोग यानी आम आदमी पार्टी अच्छी बातें फैलाते हैं. आधा समय हमें सही बात बताने में लगता है और बाकी आधा समय भाजपा के झूठ की पोल खोलने में. प्रदेश में 20 वॉर रूम काम कर रहे हैं. यहां वीडियो, ग्राफिक, कंटेंट पर काम होता है. एडिटिंग के बाद फाइनल प्रेजेंटेशन मुख्य टीम पास जाता है. उसके बाद उसे सोशल मीडिया पर भेजते हैं. फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टि्वटर जो माध्यम जिसमें पॉपुलर उसके हिसाब से हम टारगेट ग्रुप को भेजते हैं. 9 लाख से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप प्रदेश में चल रहे हैं. पार्टी ने मोहल्ला प्रभारी भी तैनात किये हैं जो पार्टी से जारी संदेश को वार्ड स्तर के व्हाट्सएप ग्रुप से मोहल्ले के 30-30 परिवारों तक पहुंचाएंगे. इन्हें रोज कम से कम 3 बार मैसेज फॉरवर्ड करने के निर्देश है. 


एबीपी गंगा की टीम जब आम आदमी पार्टी के वॉर रूम में पहुंची तो वहां पार्टी की लखनऊ से मेयर प्रत्याशी अंजू भट्ट भी मिली. फील्ड में लोगों से मिलने के बाद यहां पहुंची अंजू भट्ट ने कहा हमारी बात घर-घर तक पहुंचना जरूरी है. मुद्दा उठाना आसान है लोगों तक पहुंचाना मुश्किल. इसमें सोशल मीडिया का बड़ा रोल है. भाजपा सोशल मीडिया से ही उठी है. सोशल मीडिया पर आने वाले कमेंट से हमें लोगों का क्या मत है इसकी जानकारी भी मिलती है. जो हमारे खिलाफ हैं हमें उनके मुद्दे भी समझने में आसानी होती है.


कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर जंग को तैयार
कांग्रेस भले ही प्रदेश में अपनी सियासी जमीन तलाशने में जुटी हो, लेकिन बात अगर सोशल मीडिया की करें तो बाकायदा प्रोफेशनल्स की पूरी टीम को हायर किया हुआ है. सोशल मीडिया विभाग के वाइस चेयर पर्सन दानिश ने बताया की हमारे पास पूरी प्रोफेशनल टीम है जो ग्राफिक्स पर भी काम करती है. हमारे पास लोग हैं जो निकाय चुनाव से जुड़े हमारे हर प्रत्याशी के साथ लगे हैं. प्रदेश कार्यालय से सब मॉनिटर होता है. प्रदेश में हमारे 150 से अधिक पदाधिकारी हैं. इसके बाद जिले, ब्लॉक पर भी टीम है. टारगेट करके हम काम करते हैं. ये मुद्दों का चुनाव है नीचे स्तर तक हमने व्हाट्सएप और फेसबुक के पेज बनाए हैं. 1-2 दिन में कांग्रेस की टीम पूरी तरह सक्रिय दिखेगी. 


सपा ने भी बनाई सोशल मीडिया टीम


समाजवादी पार्टी की बात करें तो हर पदाधिकारी को सोशल मीडिया कैंपेनिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. 1-1 घर तक पार्टी के कार्यक्रम और बातें पहुंचे यह लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा पार्टी के बड़े नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस व कार्यक्रमों के दौरान भाषण की लाइव स्ट्रीमिंग का भी लिंक शेयर किया जाएगा. हर वार्ड में युवा कार्यकर्ताओं को कमान सौंपी गई है. इसके साथ ही इस टीम को यह भी जिम्मेदारी दी गई है कि अधिक से अधिक लोग समाजवादी पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट को सब्सक्राइब करें.


बसपा ने की ये तैयारी


बहुजन समाज पार्टी भी सोशल मीडिया को लेकर युवाओं की टीम तैयार करने में जुटी है. जल्द ही बसपा सोशल मीडिया पर पहले से अधिक सक्रिय नजर आएगी. पूर्व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा कहते हैं कि सोशल मीडिया का सभी प्रयोग करते हैं. पहले होता था नेकी कर कुएं में डाल, आज लोग कहते हैं नेकी कर और सोशल मीडिया में डाल. सोशल मीडिया का वर्चस्व स्थापित हुआ है. भाजपा सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं बल्कि घर-घर तक जाती है. 


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