अयोध्या, एबीपी गंगा। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से नाराज के चलते अयोध्या में होने वाली साधु-संतों की बैठक फिलहाल टल गई है। ये बैठक मणिराम दास छावनी में दोपहर 3 बजे होनी थी। नृत्य गोपाल दास के शिष्य आनंद ने बताया कि हम लोगों की बात होम मिनिस्ट्री से हो रही है। नृत्य गोपाल दास भाजपा नेताओं से मिले है। दरअसल, ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास का नाम न होने की वजह से साधु-संतों में नाराजगी है। हालांकि, अब कहा जा रहा है कि महंत नृत्य गोपाल दास को भी प्रस्ताव भेजा जाएगा।
बैकडोर से होंगी ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास की एंट्री!
इस बीच ये खबर भी सामने आ रही है कि राम मंदिर ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास को अब भी जगह मिल सकती है। बैकडोर से ट्रस्ट में महंत की एंट्री कराई जा सकती है। महंत नृत्य गोपाल दास के नाम को बोर्ड ऑफ ट्रस्टी नॉमिनेट कर सकता है। इसके संकेत ट्रस्टी स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने दिए हैं। एबीपी गंगा से खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि महंत नृत्य गोपाल दास का ट्रस्ट में होना ज़रूरी है। ट्रस्ट की पहली बैठक में महंत के नाम का प्रस्ताव लाया जा सकता है।
महंत नृत्य गोपाल दास के नाम का प्रस्ताव रखने के दिए संकेत
स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने साफ कहा कि बोर्ड ऑफ ट्रस्टी को सदस्य नामित करने का अधिकार है। उन्होंने संकेत दिए कि वे खुद महंत नृत्य गोपाल दास के नाम का प्रस्ताव रखेंगे। बता दें कि महंत नृत्य गोपाल दास राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष हैं।
मंदिर निर्माण के लिए सरकार से नहीं ली जाएगी आर्थिक मदद
एबीपी गंगा से बातचीत के दौरान उन्होंने ये भी बताया कि दिर निर्माण में सरकार से कोई भी आर्थिक मदद नहीं ली जाएगी। आम नागरिकों से 11 रूपये का चंदा लिया जाएगा। जन जन का मंदिर बनाने के लिए 11 रुपये से ज़्यादा का चंदा नहीं लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि VHP के मॉडल के आधार पर ही राम मंदिर का निर्माण होगा। VHP का मॉडल अपनाने के लिए दूसरे सदस्यों को भी राजी करेंगे। उन्होंने कहा कि एक बार शिलान्यास हो चुका है, इसलिए दोबारा शिलान्यास की ज़रूरत नहीं है।
चैत्र के महीने में शुरू होगा मंदिर का निर्माण
स्वामी वासुदेवानंद ने बताया कि चैत्र के महीने में रामनवमी से हनुमान जयंती के बीच शुभ मुहूर्त में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। निर्माण कार्य शुरू होने के समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी को बुलाया जाएगा। न्यास के खाते में जमा एक करोड़ की रकम और वीएचपी की कार्यशाला में तराशे गए पत्थरों का उपयोग भी मन्दिर निर्माण में किया जाएगा
कौन हैं स्वामी वासुदेवानंद
- स्वामी वासुदेवानंद राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों में से एक हैं।
- करीब तीन दशक तक ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य रहे हैं स्वामी वासुदेवानंद
- इलाहाबाद की जिला अदालत और हाईकोर्ट ने उनकी नियुक्ति को अवैध करार दिया था, मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है।
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