गाजियाबाद: छेड़छाड़ का विरोध करने पर दबंगों ने युवती और उसके परिजनों को पीटा, एबीपी गंगा की पहल के बाद दर्ज हुई शिकायत
गाजियाबाद में बदमाशों के हौसले बुलंद हैं. शुक्रवार को कुछ बदमाशों ने एक युवती से छेड़छाड़ की. यही नहीं, विरोध करने पर बदमाशों ने युवती और उसके पिता और भाई को बेरहमी से पीटा.
गाजियाबाद: गाजियाबाद में एक युवती का आरोप है कि छेड़छाड़ का विरोध करने पर उसे और उसके परिवार वालों को पीटा गया. युवती ने बताया कि उसके जीजा, पिता और भाई को आरोपियों ने बेरहमी से पीटा. आरोपियों ने ना सिर्फ लात घूंसों से पीटा बल्कि सरियों से भी मारा. जिसमें सभी 4 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. एबीपी गंगा ने जब खबर दिखाई तब जाकर सोई हुई पुलिस जागी और पीड़िता को मुकदमा दर्ज करने के लिए बुलाया, साथ ही पुलिस ने बताया कि दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. लेकिन अभी भी दो दबंग फरार हैं.
दबंगों ने की छेड़छाड़
मामला गाजियाबाद के थाना विजयनगर के प्रताप विहार इलाके का है. पीड़ित युवती का आरोप है कि शुक्रवार शाम को वह घर से दुकान पर सामान लेने जा रही थी. उसी समय चार दबंगों ने उसके साथ छेड़छाड़ की और उसका मोबाइल नंबर मांगा. चार बदमाशों से घिरती देख युवती ने अपने परिवार को बुलाया तो आरोपी इस बात से नाराज हो गए. उन्होंने युवती, उसके जीजा, पिता और भाई को बेरहमी से पीटा. दबंगो ने न सिर्फ लात घूंसों से बल्कि सरियों से वार करके सिर फाड़ दिए और एक के पैर में फ्रैक्चर हो गया.
एबीपी गंगा पर खबर दिखाये जाने के बाद हरकत में आई पुलिस
इस खबर को जैसे ही एबीपी गंगा ने अपना फर्ज निभाते हुये दिखाया तब जाकर पुलिस हरकत में आई. पुलिस अधिकारी दावा कर रहे हैं कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और जल्द दो अन्य को भी पकड़ लिया जाएगा.
इतना कुछ होने के बावजूद हमारी गाजियाबाद के थाना विजयनगर पुलिस नहीं जागी. आज सुबह जब हमने खबर चलाई उसके बाद आलाअधिकारीयों ने इसका संज्ञान लिया और थाना विजयनगर पुलिस को आदेशित किया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करें. इसके बाद विजयनगर पुलिस जागी और उसने पीड़ितों को थाने बुलाया और उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया. साथ ही दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. यहां जांच विजयनगर पुलिस की भी होनी चाहिए कि मुकदमा लिखने में 12 घंटे का समय क्यों लगा? क्या दबंगों से उसकी कोई साठगांठ थी या फिर क्राइम कंट्रोल करने का यह विजय नगर पुलिस ने कोई नया फंडा है कि मुकदमा न लिखा जाए.
ये भी पढ़ें.