Etawah: शिक्षक की पत्नी पर पुलिसिया कहर, मामूली विवाद में थाने के पुरुष सिपाहियों ने मिलकर पीटा, पढ़ें सनसनीखेज मामला
यूपी पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है. इटावा में मामूली विवाद में एक महिला को थाने लाकर जमकर लाठी-डंडों से पीटा गया. ये मामला एसएसपी तक पहुंच गया है.
इटावा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिशन शक्ति अभियान की सरेआम धाज्जियां तब उड गई, जब महिला सिपाही से हुए मामूली विवाद के बाद शिक्षक की पत्नी को रात के अंधेरे मे पुलिस थाने में पकड कर ना केवल लाई बल्कि उनके साथ पुरुष पुलिसकर्मी थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करके जबरदस्त यातानाएं देते हैं. यह सब कुछ महिला पुलिसकर्मी को खुश करने के लिए फ्रेंड्स कालोनी पुलिस ने किया. यही नहीं, उल्टे पीड़ित महिला के खिलाफ ही मामला दर्ज करने के बाद उसको धारा 151 में पांबद कर दिया.
वहीं, जब पीड़ित महिला और उसका पति जब एसएसपी से शिकायत करने जाते हैं, तब इटावा पुलिस मामले की खानापूर्ति करते हुए केवल संबंधित थाने के एसएसआई को लाइन हाजिर करते हुए मामले की जांच का आदेश दे देती है.एसएसपी से की शिकायत
थर्ड डिग्री इस्तेमाल का यह पूरा सनसनीखेज मामला उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में थाना फ्रेंड्स कालोनी से जुडा हुआ है. शिक्षक की पत्नी के शरीर पर रात के अंधेरे मे किये गये थर्ड डिग्री का असर देर शाम तब तक बरकरार रहा. जब तक पीडित महिला एसएसपी से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंची. महिला के अस्पताल में कराये जा रहे मेडिकल के समय का वीडियो दिखाया, जिसमें उसकी पीठ पर निशान साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं.
शिक्षक संघ नाराज
जहां शिक्षक की पत्नी के साथ थाने के अंदर पुलिस के द्वारा टॉर्चर का मामला सामने आया है. रात के अंधेरे में थाने के अंदर बंद कर पीटने के मामले को लेकर शिक्षक संघ गुस्से में है. शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष का कहना है कि अगर दोषी पुलिसजनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं की गई तो शिक्षक संघ सडकों पर उतर सकता है.
महिला सिपाही से मामूली झगड़े के बाद शिक्षक की पत्नी को पकड़ करके थाना में लाकर रात भर पीटा जाता है. पुलिस ने मामले को गुमराह करने के लिए पीड़ित महिला के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कर दिया है. पुलिस के द्वारा किये गए थर्ड डिग्री की शिकायत करने शिक्षक संघ समेत दर्जनों लोग पीड़ित महिलाओं को लेकर एसएसपी आवास शिकायत करने पहुंचे.
ये था पूरा मामला पीड़ित महिला वन्दना ने बताया कि, थाना फ्रेंड्स कालोनी में तैनात महिला सिपाही प्रियंका और वह एक ही मकान में किराए पर रहती हैं. दरवाजा देरी से खोलने पर नाराज महिला सिपाही प्रियंका ने उनके साथ घर में घुसकर पिटाई की और बाद में थाना पुलिस को बुलवाकर उन्हें और उनके सरकारी अध्यापक पति के खिलाफ थाना में ले गयी. जहां पर पुलिस ने उनके साथ थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर रात भर लाठी डंडों से पिटाई की और सुबह महिला सिपाही प्रियंका की तहरीर पर उनके खिलाफ थाना में मुकदमा दर्ज कर दिया. उसके बाद दोपहर उन्हें धारा 151 में पाबन्द करते हुए जेल भेजने का प्रयास किया लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट से उन्हें जमानत मिल गयी. जमानत मिलने के बाद उन्होंने अपना चिकित्सीय परीक्षण निजी तौर पर जिला अस्पताल में करवाया और थाना फ्रेंड्स कालोनी पुलिस की शिकायत करने एसएसपी आवास में आई है. उन्होंने बताया कि रात भर पुलिस के द्वारा इस्तेमाल किये गए थर्ड डिग्री में महिला सिपाही समेत पुरुष पुलिसकर्मी भी शामिल रहे.
शिक्षक संध के अध्यक्ष विनोद यादव का कहना है कि, मामूली विवाद में एक शिक्षक की पत्नी के साथ पुलिस ने जिस तरह का अमानवीय व्यवहार किया है वो किसी भी स्तर पर माफी के लायक नहीं है. यह केवल महिला पुलिसकर्मी को खुश करने के लिए पुलिस की ओर से किया गया क्रूरता भरा कारनामा है. जिस पर कड़ी कार्रवाई दोषियों के खिलाफ जरूर बनती है.
एसएसपी ने दिये जांच के आदेश
पूरे प्रकरण को लेकर एसएसपी आकाश तोमर ने जांच के आदेश दे दिये हैं. महिला और शिक्षक संध के प्रतिनिधियों की ओर से महिला के मेडिकल और वीडियो को भी एसएसपी को सौंप दिया गया है. जांच के बाद ही पुलिस किसी भी नतीजे पर पहुंच सकेगी यह पुलिस अफसर का तर्क है.
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