मथुरा, एबीपी गंगा। जिले में दबंगों के अत्याचार से परेशान होकर खुद को आग लगाने वाली महिला चंद्रवती की इलाज के दौरान मौत हो गई है। बुरी तरह जख्मी हुई चंद्रवती की हालत काफी खराब थी। शुक्रवार को खून की कमी के चलते पुलिसकर्मियों ने चंद्रवती को खून भी दिया था, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। चंद्रवती के पति जोगेंद्र की एक सितंबर को मौत हो गई थी। जोगेंद्र ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ा था।


गौरतलब है कि मकान कब्जाने के लिए पड़ोसी की कथित दबंगई और पुलिस की निष्क्रियता से हताश होकर दंपति ने थाने में खुद पर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी थी। बतादें कि जोगेंद्र (40) और उसकी पत्नी चंद्रवती (35) के मकान पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था। दंपति ने पुलिस में इसकी शिकायत भी की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। परेशान दंपति ने बीते महीने सुरीर कोतवाली परिसर में अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में खुद पर केरोसिन छिड़क कर आग लगा ली थी। आग से दोनों बुरी तरह जल गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके बेटे ने इस घटना का वीडियो बनाया था। वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया था। वीडियो में पति-पत्नी खुद पर केरोसिन डालते तथा आग लगाते दिखाई दे रहे हैं।


इस घटना जानकारी पाकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर, आगरा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ए सतीश गणेश और आगरा जोन के पुलिस उप महानिदेशक अजय आनन्द मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पहले दंपति को मथुरा के नयति मेडिसिटी मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। फिर उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया। एसएसपी ने अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए सुरीर के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अनूप सरोज तथा उप निरीक्षक दीपक नागर सहित तीन को निलम्बित कर उनके खिलाफ लापरवाही बरतने एवं पीड़ित के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में जांच भी बैठा दी थी।