धारचूला में बादल फटने से मलबे की चपेट में आने से लापता हुई महिला, प्रशासन कर रहा रेस्क्यू
धारचूला के जुम्मा गांव में बादल फटने से एक महिला मलबे की चपेट में आ गई. मलबे के कारण 8 परिवार खतरे की जद में आ गये हैं. प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू कर रही है, लेकिन महिला का अभी तक कोई पता नहीं लग सका है.
देहरादूनः धारचूला तहसील के जुम्मा गांव के एकला तोक में बादल फटने से आठ घर खतरे की जद में आ गये हैं. इस हादसे में एकला तोक की महिला भागीरथी देवी मलबे की चपेट में आने से लापता बताई जा रही हैं. कल सुबह भागीरथी देवी पशुओं को चारा देने अपने घर से 50 मीटर की दूरी पर स्थित गोशाला जा रही थी. तभी बादल फटने से घरों के बीच में आए भारी मलबे की चपेट में आने से भागीरथी देवी लापता हो गयी हैं. वहीं प्रशासन की ओर से यहां पर अभी तक कोई सुविधा मुहैया नहीं करायी गई है.
8 परिवार पर मंडरा रहा खतरा
ग्राम प्रधान ने बताया की आज सुबह 6 बजे बादल फटने से एक महिला मलबे की चपेट मे आने से लापता हो गयी है, जिसका शव अभी तक नहीं मिल पाया है. यहां पर 8 परिवार खतरे की जद में आ गये हैं. प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम को नेपाली नेटवर्क के माध्यम से सूचना करने के पश्चात टीम पहुंची, जिसके बाद रेस्क्यू किया गया.
ग्राम प्रधान ने बताया कि प्रशासन की तरफ से सुरक्षित स्थानों में जाने के लिये कहा गया है. लेकिन यहां पर कोई भी सुरक्षित स्थान नहीं है. स्कूल, पंचायत और घरों की हालत भी जर्जर बनी हुई है.
प्रशासन कर रहा रेस्क्यू
उपजिलाधिकारी धारचूला अनिल कुमार शुक्ला ने कहा की आज सुबह बादल फटने से जुम्मा की महिला मलबे की चपेट आने से लापता हो गयी है. शव को ढूंढने के लिए रेस्क्यू किया जा रहा है. जुम्मा के एकला में घरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. एक-दो घर खतरे की जद में आए हैं. वहां पर रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान में ले जाया जा रहा है.
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