आगरा, एबीपी गंगा। आगरा के थाना एत्माउद्दौला स्थित अनाथ आश्रम में रहने वाली नाबालिग युवती के साथ दुराचार का मामला सामने आने के बाद हड़पंप मचा हुआ है। पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर भरत, सोनू और सुमित नाम के तीन युवकों को जेल भेज दिया है। अनाथ आश्रम में हुए गंदे काम के उजागर होने के बाद शुक्रवार दोपहर महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह और सदस्य निर्मला दीक्षित निरीक्षण के लिए पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने आश्रम के चप्पे-चप्पे का निरीक्षण किया।
आश्रम परिसर की एक टूटी दीवार की तरफ निरीक्षण के दौरान उनकी निगाह गई तो नजारा देख वो हैरान रह गईं। यहां बीयर की खाली केन पड़ी हुई थीं। इस बाबत जब उन्होंने आश्रम के पदाधिकारियों से जवाब-तलब किया तो उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। आश्रम में रहने वाली लड़कियों के मोबाइल भी उन्होंने चेक किए। इस दौरान उनके साथ महफूज संस्था के पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयोजक नरेश पारस भी थे।
शहर के प्रमुख अनाथ आश्रम में सनसनीखेज मामला गुरुवार को सामने आया। यहां किशोरों ने आश्रम में ही रह रही युवती के साथ गंदी हरकत कर दी। आहत युवती ने जब जान देने के इरादे से यमुना में छलांग लगा दी तो मामला खुला। नदी किनारे बैठे लोगों ने युवती को बचा लिया और उसका उपचार चल रहा है। युवती के सिर के पास चोट लगी है और कुछ जगह खरोंच भी आई हैं।
उपचार के दौरान युवती ने आश्रम के ही तीन युवकों पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। आरोपी दो युवकों की उम्र 16 और एक की उम्र नौ वर्ष है। पुलिस ने युवती का मेडिकल कराया है। वहीं, आरोपी किशोरों को जेल भेज दिया गया है।
पूरे मामले पर अनाथ आश्रम प्रशासन का कहना है कि युवती मानसिक रूप से पीड़ित है। उसका मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में इलाज भी चल रहा है। आश्रम के अन्य बच्चे भी इस घटना के बाद विचलित हैं। हालंकि इस पूरे मामले में युवती के भाई का कहना है कि उसकी बहन मानसिक रूप से विक्षिप्त है।
आश्रम में रहने वाली अन्य युवतियों ने यहां गंदा काम होने से इन्कार किया। लेकिन महिला आयोग की टीम आश्रम पहुंची तो उन्होंने बच्चियों की अलमारी की तलाशी ली और कई आपत्तिजनक वस्तुएं नजर आईं, जिससे साफ पता चलता है कि किस तरह से बच्चियों को कुछ लोग गलत कामों में घसीटना चाहते हैं।