प्रयागराज, मो. मोईन। संगम नगरी प्रयागराज में भी महिला पुलिसकर्मी मुस्तैदी से ड्यूटी कर रही हैं और देश के प्रति अपने फर्ज को अंजाम दे रही हैं। महिला पुलिसकर्मियों को इन दिनों दोहरी भूमिका निभानी पड़ रही है। इन पुलिसकर्मियों को परिवार की जिम्मेदारी तो निभानी ही पड़ रही है इसके अलावा लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए ड्यूटी के लिए ज्यादा समय भी देना पड़ रहा है। इन दोनों भूमिकाओं को ईमानदारी से अंजाम देने के लिए उन्हें खासी मशक्कत करनी पड़ती है।


हालांकि उनका कहना है कि इससे वह कतई विचलित नहीं हैं। उन्हें लगता है कि देश इन दिनों मुश्किल वक्त में हैं, ऐसे में उनकी जिम्मेदारी पहले से और बढ़ जाती हैं और ऐसा करने में उन्हें न तो कोई हिचक होती है और न ही कोई संकोच। इन दिनों कोरोना के संक्रमण को लेकर परिवार के लोग भी चिंतित रहते हैं। वह उन्हें भी समझाती हैं और घर पहुंचकर वर्दी बदलने और खुद को सैनिटाइज करने के बाद ही बच्चों व दूसरे सदस्यों से मिलती हैं।


हमारे संवाददाता मो. मोईन ने सिविल लाइंस के सुभाष चौराहे पर दोपहर करीब 2.30 बजे 40 डिग्री तापमान में आसमान से बरस रही आग के बीच सड़क पर मुस्तैदी से ड्यूटी निभा रही महिला थाने की इंचार्ज इंस्पेक्टर दीपा सिंह व उनकी सहयोगी महिला पुलिसकर्मियों से बातचीत की।


इंस्पेक्टर दीपा सिंह के मुताबिक वह लोग इन दिनों ज्यादा वक्त तक पूरे समर्पण के साथ इसलिए ड्यूटी करती हैं ताकि लॉकडाउन पर सख्ती से अमल कराकर देश को कोरोना की महामारी से आजादी दिलाई जा सके। प्रयागराज रेंज के आईजी केपी सिंह ने भी महिला पुलिसकर्मियों की भूमिका की तारीफ करते हुए कहा है कि वह इन दिनों अपने फर्ज को शानदार तरीके से अंजाम दे रही हैं। कोरोना के खिलाफ जंग में इन महिला पुलिसकर्मियों का रोल बेहद अहम है।