फिरोजाबाद. यूपी के फिरोजाबाद की जिला जेल में बंद महिला कैदियों को 'एक जिला, एक उत्पाद' के तहत रोजगार मिला है. इस योजना के तहत महिला कैदियों को चूड़ियों पर डेकोरेशन का काम दिया जा रहा है. कैदी महिलाएं जेल में रहकर इस काम को कर पैसे भी कमा रही हैं. हाल ही में शुरू किये गए इस अनूठे प्रयोग से प्रति महिला रोजाना 80 रुपये से अधिक कमा लेती है.


जेल अधीक्षक की पहल लाई रंग
जेल अधीक्षक अकरम खान को इस अनूठे प्रयोग का श्रेय जाता है. दरसअल, फिरोजाबाद की जेल में कई दर्जन महिलाएं विभिन्न मुकदमों में बंद हैं. अवसाद से बचने के लिए अकरम खान की तरफ से पहले इन्हें प्रशिक्षित किया गया उसके बाद इन्हें काम सौंपा गया. महिला कैदियों के लिए थोक व्यपारियो से प्लेन चूड़ियां मंगाई जाती हैं और फिर इन्हें डेकोरेशन का काम दिया जाता है. काम पूरा होने के बाद चूड़ी व्यापारियों को वापस भेज दी जाती है.


80 रुपये प्रतिदिन से अधिक मिलती है सैलरी
थोक व्यापारी इन महिलाओं को इनके कार्य के हिसाब से मजदूरी देते हैं. ये काम हाल ही में शुरू हुआ है इसीलिए इन्हें अभी रोजाना 80 रुपये से अधिक मिल जाते हैं. जेल अधीक्षक ने बताया कि आने वाले समय में और भी इसी तरह के कार्य इन महिलाओं के द्वारा किए जाएंगे, जिससे जब वह जेल से रिहा हो तो मुख्यधारा में शामिल हो और वह खुद भी एक प्रशिक्षित कारीगर बन जाए. अकरम खान ने कहा कि ये काम 'एक जिला, एक उत्पाद' के तहत किया जा रहा है.


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