Lockdown Uttar Pradesh मां का हौसला...बच्ची को कंधे पर बैठाकर इंदौर से अमेठी पहुंची महिला
कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के दौरान तमाम श्रमिक विभिन्न राज्यों में फंसे हैं। यही नहीं वे अपने शहर पहुंचने के लिये पैदल ही चल पड़े हैं। इस बीच एक महिला अपनी बच्ची कंधे पर बैठाकर इंदौर से अमेठी पहुंची
अमेठी, एबीपी गंगा। जहां एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में मातृ दिवस पर अमेठी की रहने वाली महिला ने ममता की मिसाल पेश की है। लॉकडाउन के बीच महिला ने अपनी छोटी बच्ची को कंधे पर बैठाकर ममता का फर्ज निभाते हुए अपने परिजनों के साथ 900 किलोमीटर का सफर तय करके पैदल ही अपने पैतृक गांव पहुंच गई।
महिला के इस सफर की जानकारी जब अमेठी सांसद स्मृति ईरानी को हुई तो उन्होंने मामले का संज्ञान लेते हुए बीजेपी जिला अध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी को महिला से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उसे 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने के साथ अन्य जरूरी खाद्य सामग्री मास्क सैनिटाइजर के साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। वहीं अमेठी एसपी ने भी जगदीशपुर कोतवाली पुलिस को निर्देशित करते हुए अमेठी पुलिस की तरफ से परिवार को राशन किट मुहैया कराने के निर्देश दिए
रुखसाना ने तय किया 900 किलोमीटर का सफर
जगदीशपुर कोतवाली क्षेत्र के बढोली गांव की रहने वाली महिला रुखसाना बानो अपने परिवार के साथ अमेठी से 900 किलोमीटर दूर इंदौर शहर में रहती थी। लॉकडाउन के बीच रुखसाना जब फंस गईं तो उन्होंने अपने घर पहुंचने की जिद में अपनी बच्ची को कंधे पर बैठाकर ममता का फर्ज निभाते हुए 900 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करते हुए अपने गांव पहुंच गई।
वहीं इकराम ने बताया कि हमारी बहन रुखसाना और हमारी भांजी को स्मृति ईरानी ने 25 हजार रुपये और राशन आदि की व्यवस्था की। यही नहीं पुलिस और नेताओं द्वारा हमारा मेडिकल चेकअप भी हुआ और 14 दिन के लिए घर में क्वारंटीन किया गया है।