मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को नए साल का सबसे बड़ा गिफ्ट मिलने वाला है. मोदी सरकार वेस्ट यूपी के लोगों को हाई-वे की सौगात देने जा रही है. मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस-वे का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसी महीने के आखिर तक हाई-वे का ये तोहफा जनता को मिल जाएगा. वेस्ट यूपी के लोग इससे बेहद खुश हैं सब एक सुर में यही कह रेह हैं ''थैक्यू मोदी जी''.


जाम के इस झाम से मिलेगी मुक्ति
यूं तो दिल्ली से मेरठ मात्र 60 किलोमीटर है. लेकिन इस सफर को पूरा होने में पांच से छह घंटे लग जाते हैं. अब इस कठिन सफर का समापन होने वाला है. अब वेस्ट यूपी के लोगों को जाम के इस झाम से मुक्ति मिलने वाली है. क्योंकि, अब मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस-वे बनकर लगभग तैयार है. इस बार मेरठ वासियों और वेस्ट यूपी के लोगों की 26 जनवरी हाई-वे वाली होगी.


पहला चरण
मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस-वे के सफर पर अगर नजर डाले तों पहला चरण सराय काले खां से यूपी गेट तक का है. इस चरण में कुल 8.72 किमी की लम्बाई तय की गई है. पहले चरण का खर्च 1058 करोड़ रुपया आया है. इसका निर्माण 28 जून 2018 को पूरा हो गया. ये एक्सप्रेस वे 14 लेन का है.


दूसरा चरण
दूसरे चरण की बात की जाए तो इसे यूपी गेट से डासना तक पूरा किया गया है. इसकी लम्बाई 19.28 किमी है, जिसकी लागत 1989 करोड़ रुपए आई है. इसका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. ये एक्सप्रेस-वे 8 लेन का है.


तीसरा चरण
तीसरे चरण की बात की जाए तो इसे डासना से हापुड़ तक बनाया गया है. इसकी लम्बाई 22.23 किमी है. जिसमें 1058 करोड़ रुपए का खर्च आया है. इसका निर्माण कार्य 13 सितंबर 2019 को पूर्ण हो चुका है. इसे 6 लेन और 2 लेन सर्विस रोड का बनाया गया है.


चौथा चरण
वहीं, चौथा चरण डासना से मेरठ तक का है. इसकी लम्बाइ 31.78 किमी की है. जिसमें 1087 करोड़ का खर्च आया है. इसके निर्माण में मात्र दो किमी का कार्य बाकी है. करीब 30 किमी का कार्य पूरा हो चुका है.


पश्चिमी उत्तर प्रदेश का विकास होगा
वेस्ट यूपी के लोग अब यही कह रहे हैं कि अब दिल्ली दूर नहीं. किसान से लेकर आम जनता हर किसी को इस हाई-वे के शुरू होने का इंतजार है. हाई-वे के शुरू होने से किसान अपनी फसलों को आसानी से दिल्ली ले जाकर बेच सकते हैं. वहीं, कारोबारी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खराब सड़कों की वजह से आने से कतराते थे. लेकिन अब इस हाइ-वे के चालू हो जाने की वजह से वो भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तरफ रुख करेंगे जिसकी वजह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश का विकास होगा और यहां के लोगों को कारोबार में बेहतर मुनाफा होगा.


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