उत्तर प्रदेश के रामपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. रामपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में शिक्षकों के मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट बनाने के लिए उनसे रिश्वत लेते हुए कुछ कर्मचारियों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दो कर्मचारी इन शिक्षकों से फॉर्म के साथ पैसे लेते हुए दिखाई दे रहे हैं. हालांकि ये कर्मचारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे थे.
वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मामले का संज्ञान लिया और दो कर्मचारियों को नौकरी से तत्काल प्रभाव से निकाल दिया और उनके खिलाफ विभागीय जांच और कानूनी कार्रवाई की बात कही है. वहीं आशु लिपिक का भी ट्रांसफर कर दिया है.
तीन सदस्यों की जांच की कमेटी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार उन्होंने तीन सदस्यों की जांच कमेटी बनाई है जो तीन दिन में इस मामले में अपनी जांच रिपोर्ट पेश करेगी, जिसके बाद सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुबोध कुमार शर्मा ने बताया एक वीडियो मेरी जानकारी में आया ,है जो 7 तारीख का है.
गंभीरता से लिया गया मामला
सुबोध कुमार शर्मा ने कहा कि इस वीडियो में टीचर्स के मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट बन रहे थे, उसमें शुरू के 1 घंटे में कुछ लोगों ने अभ्यर्थियों को बरगला कर उनसे कुछ पैसे लिए. इस मामले को काफी गंभीरता से लिया गया है और जांच के लिए 3 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया है जो-तीन दिन में अपनी जांच आख्या उपलब्ध कराएगी.
अन्य आरोपी के खिलाफ होगी कार्रवाई
सुबोध कुमार शर्मा ने कहा कि प्रथम दृष्टया जो दो संविदाकर्मी वीडियो में दिख रहे हैं उनकी सेवा समाप्त कर दी गई है और आगे भी जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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