नोएडा. यूपी के नोएडा जिले में लॉकडाउन के कारण मजदूर तबके के लोग काफी परेशान हैं. पिछले वर्ष जब प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन लगाया था तब प्रत्येक जिले में कम्युनिटी किचन चल रही थी. साथ ही कई समाजसेवी संस्थाएं गरीबों को खाना वितरण कर रहे थे, लेकिन इस बार ना तो किसी जिले में कम्युनिटी किचन चल रही है और ना ही समाजसेवी संस्थाएं गरीबों को खाना बांट रही है. ऐसे में गरीब मजदूर भूखे पेट सोने को मजबूर हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला इस महामारी में कोई नहीं है.
नोएडा के सेक्टर 61 में रह रहे गरीब मजदूरों को भी खाना नहीं मिल पा रहा है. मजदूरों और उनके बच्चों के भूखे पेट ही सोना पड़ रहा है. गरीब मजदूरों को कोरोना संक्रमण और कर्फ्यू की वजह से दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. एक तरफ जहां इन्हें काम नहीं मिल रहा है वहीं दूसरी तरफ सड़कों के किनारे ढाबों और ठेलों पर जो सस्ता खाना मिलता था वह भी नहीं मिल पा रहा है.
एबीपी गंगा ने मजदूरों से बात की. मजदूरों ने बताया कि जब से लॉकडाउन लगा है उन्हें काम नहीं मिल रहा है. वो कबाड़ बीन कर अपना गुजारा कर रहा हैं. पूरे दिन कबाड़ बीनने के बाद मुश्किल से 50 रुपये का जुगाड़ हो पाता है.
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