Prayagraj News: हर साल 14 जून का दिन समूची दुनिया में वर्ल्ड ब्लड डोनर डे के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन जगह-जगह ब्लड डोनेशन कैंप लगाए जाते हैं और लोगों को जागरुक कर उन्हें रक्तदान का महत्व बताया जाता है. साथ ही जरूरतमंदों को खून देकर उनकी जिंदगी बचाने के लिए प्रेरित भी किया जाता है. रक्तदान कर लोगों का जीवन बचाने वालों में संगम नगरी प्रयागराज के सैयद मोहम्मद मेहंदी नकवी भी शामिल हैं. 53 साल के मेहंदी नकवी अब तक 132 बार रक्तदान कर चुके हैं.
सैयद मेहंदी नकवी नेवी में कैप्टन रह चुके हैं. उन्होंने पहली बार रक्तदान तब किया था, जब वह 18 साल के भी नहीं हुए थे. दरअसल उनके मामा को कैंसर की बीमारी थी और उन्हें खून की सख्त जरूरत थी. कहीं से खून का इंतजाम नहीं हुआ तो सैयद मेहंदी ने अपना खून देकर उनकी जरूरत पूरी की. इसके बाद उन्होंने रक्तदान करने का जो सिलसिला शुरू किया, वह अभी तक रुका नहीं है. वह हर तीन महीने में रक्तदान करते है. कभी जरूरतमंदों को अपना खून देते हैं तो कभी ब्लड बैंक को डोनेट कर देते हैं. यूपी का रिकॉर्ड होल्डर बनने पर उन्हें तमाम जगहों पर सम्मानित किया जा चुका है. कई संस्थाओं की तरफ से उन्हें प्रशस्ति पत्र दिए गए हैं.
35 सालों से कर रहे हैं रक्तदान
सैयद मेहंदी नकवी पिछले पैंतीस सालों से रक्तदान कर रहे हैं. वह न सिर्फ जरूरतमंदों को खून मुहैया कराते हैं, बल्कि लगातार जागरूकता अभियान भी चलाते रहते हैं. स्कूल कॉलेजेस और कोचिंग संस्थानों में जाकर युवाओं को रक्तदान के लिए प्रेरित करते हैं. उनके मुताबिक रक्तदान करने से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता, बल्कि इससे तमाम बीमारियां भी खुद ही दूर हो जाती हैं. वर्ल्ड ब्लड डोनर्स डे के मौके पर उन्होंने देश के युवाओं से लगातार रक्तदान करते रहने की अपील की है.
सैयद मेहंदी नकवी ने प्रयागराज से बाहर जाकर भी जरूरतमंदों को अपना खून दिया है. उनका कहना है कि वह कभी रिकॉर्ड के फेर में नहीं पड़ना चाहते. हालांकि वह यह जरूर चाहते हैं कि अधिकतम 188 बार रक्तदान के वर्ल्ड रिकॉर्ड तक जरूर पहुंचे. सैयद मेहंदी नकवी का कहना है कि वह ताउम्र रक्तदान कर लोगों की जिंदगी बचाना चाहते हैं.
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