देहरादून: पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए दुनियाभर में हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के पीछे मुख्य विचार पर्यावरण के महत्व को बताना है. दुनियाभर में पर्यावरण ने हमें जो कुछ भी दिया है, उसका सम्मान करने और इसकी रक्षा करने प्रतिज्ञा लेने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. इस दिन सरकारें और नागरिक जागरूकता पैदा करने के लिए पर्यावरण के मुद्दे पर फोकस करते हैं.
उत्तराखंड वन विभाग ने जारी की लिस्ट
इस बीच विश्व पर्यावरण दिवस के खास मौके पर उत्तराखंड वन विभाग ने राज्य में संरक्षित विभिन्न पौधों की प्रजातियों पर एक रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में 73 दुर्लभ, संकटग्रस्त और लुप्तप्राय पौधों की प्रजातियों के साथ-साथ 54 पौधों की प्रजातियां शामिल हैं जो उत्तराखंड और भारतीय हिमालयी क्षेत्र में पाई जाती है.
पर्यावरण की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है
गौरतलब है कि, पर्यावरण की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है, क्योंकि ये ना सिर्फ हमें स्वस्थ रखता है बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बेहद जरूरी है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक भारत हर साल 33 लाख मीट्रिक टन प्लास्टिक उत्पन्न करता है. इसे नियंत्रित करना हर भारतीय की जिम्मेदारी है. देश में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार कई तरह के प्रयास भी कर रही है. इसी तरह कई निजी कंपनियां भी कचरे की रीसाइक्लिंग कर उसे काम में ला रही हैं.
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