(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Wrestler Protest: दिल्ली में धरना रहे बजरंग पुनिया का एलान, गंगा में बहाएंगे ओलंपिक मेडल, कहा- 'हमारे जीने का भी कोई मतलब नहीं'
दिल्ली में धरना दे रहे पहलवानों ने पुलिस की कार्रवाई से दुखी होकर अपना ओलंपिक मेडल गंगा (Ganga) में बहाने का फैसला किया है. इसका एलान बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) ने किया है.
Wrestler Protest News: दिल्ली पुलिस ने रविवार को जंतर-मंतर पर पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन के आयोजकों और उनके समर्थकों पर दंगा करने तथा सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी. वहीं पुलिस ने पहलवानों को संसद भवन के ओर जाने से रोकने के लिए हिरासत में लिया था. इस पहलवानों दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था. अब धरना दे रहे पहलवान बजरंग पुनिया ने अपना ओलंपिक मेडल गंगा में बहाने का एलान किया है.
बजरंग पुनिया ने कहा, "28 मई को जो हुआ वह आप सबने देखा है. पुलिस ने हम लोगों के साथ क्या व्यवहार किया. हमें कितनी बर्बरता से गिरफ्तार किया. पुलिस और तंत्र हमारे साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रही है. टीवी पर महिला पहलवानों को असहज कर देने वाली अपनी घटनाओं को कबूल करके उनको ठहाकों में तब्दील कर दे रहा है. अब लग रहा है कि हमारे गले में सजे इन मेडलों का कोई मतलब नहीं रह गया है. इनको लौटाने की सोचने भर से हमें मौत लग रही थी, लेकिन अपने आत्म सम्मान के साथ समझौता करके भी क्या जीना."
क्या किया एलान?
उन्होंने कहा, "यह सवाल है कि किसे लौटाएं, हमारी राष्ट्रपति को, जो खुद एक महिला हैं. मन ने ना कहा, क्योंकि वह हमसे सिर्फ दो किलोमीटर बैठी सिर्फ देखती रहीं. लेकिन कुछ भी बोलीं नहीं. ये मेडल अब हमें नहीं चाहिए क्योंकि इन्हें पहनाकर हमें मुखौटा बनाकर सिर्फ हमारा शोषण करता है. इन मेडलों को हम गंगा में बहाने जा रहे हैं, क्योंकि वह गंगा मां हैं."
उन्होंने आगे कहा, "मेडल हमारी जान है, हमारी आत्मा है. इनको गंगा में बह जाने के बाद हमारे जीने का भी कोई मतलब रह नहीं जाएगा. इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे. इंडिया गेट हमारे उन शहीदों की जगह है जिन्होंने देश के लिए अपनी देह त्याग दी. आज शाम छह बजे हम हरिद्वार में अपने मेडल गंगा में प्रवाहित कर देंगे."