Wrestlers Protest at Jantar Mantar: दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों से मिलने के बाद मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) पहुंचे किसान नेता चौधरी नरेश टिकैत (Chaudhary Naresh Tikait ) ने महिला सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा है कि आज भले ही केंद्र और यूपी सरकार महिला सुरक्षा की बड़ी बात कर रही हो, लेकिन वास्तविकता एक दम परे है. महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं है. न सरकारी शिक्षा विभाग में और न पुलिस विभाग में. महिला जिस क्षेत्र में काम के लिए जाती हैं, तो उसे अमर्यादित नजर देखा जाता है.


चौधरी टिकैत ने कहा कि हमारे पहलवान लड़के और लड़कियां जो भी है, उनका उत्पीड़न हो रहा है. उनके साथ ज्यादती हो रही हैं. इसके खिलाफ उन्होंने जनवरी के महीने में भी जंतर मंतर पर धरना दिया था, लेकिन आश्वासन पर उठ गए थे. उन्हें एक बार फिर धरना देना पड़ रहा है. आज धरने का छठा दिन है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि ऐसी क्या बात है? इसके बाद उन्होंने कहा कि कुछ न कुछ बात तो जरूर होगी, जो इन खिलाड़ियों ने अपने मान सम्मान को ताक पर धर दिया. न जाने कितनी महिलाएं और लड़कियां हैं, जो इस तरह की बात को बर्दाश्त कर जाती होंगी. उन्होंने कहा कि यदि कोई सत्ता में मंत्री है, तो ऐसा नहीं है कि वह कुछ भी कर लेगा. 


नाइंसाफी के खिलाफ सभी समाज हैं एकजुट


चौधरी टिकैत ने कहा कि हमारी महिला खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी होगी तो तो उसे कतई बर्दाश्त किया नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसमें जाति मजहब बिरादरी की कोई बात नहीं होती. अगर बच्चे विदेश से मेडल जीत कर लाते हैं, तो पूरा देश खुशी महसूस करता है. इसमें कोई मजहब या धर्म नहीं देखा जाता. कबड्डी में हरियाणा के रेसलरों के कब्जे के जवाब पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. इस तरह के आरोप तो लगातार लगते रहते हैं. उन्होंने कहा कि आरोप तो हमारे ऊपर भी लगता है कि तुम राजनीति करते हो. उन्होंने कहा कि जब मैं धरना स्थल पर गया तो देखा कि वहां सभी बिरादरी के खाप चौधरी थे. इसमें गुर्जर भी थे, त्यागी भी थे, जाट भी और मुस्लिम भी थे. इसके अलावा भी बहुत से लोग थे. उन्होंने कहा कि इसमें बिरादरी की कोई बात नहीं है. यह तो हरियाणा का नहीं, पूरे भारत का मामला है.


टिकैत ने एफआईआर को बताया जरूरी


उन्होंने कहा कि दिल्ली भारत की राजधानी है वहां पर वह अपनी बात कह रहे है शांतिपूर्ण तरीके से बात कर रहे हैं तो उनकी सुनवाई होनी चाहिए. FIR तो किसी की भी हो सकती है. यदि कोई पीड़ित है और वह आरोप लगा रहीं हैं, तो आरोपी के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज होनी चाहिए, उसके बाद जो कुछ भी अदालत निर्णय लेगी, वह अलग बात है. 


बृज भूषण शरण सिंह के बचाव में उतरी मुजफ्फरनगर की महिला पहलवान दिव्या काकरान पर पलटवार करते हुए चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि वह छोटी बच्ची है. उसे इतना नहीं पता और ज्ञान भी कम है. ठीक है, वह भी हमारी बच्ची है और वह भी हमारे जिले की शान है. उसे इस तरह की टीका टिप्पणी नहीं करनी चाही थी. 


गलती पर माफी मांगे बृजभूषण शरण सिंह- नरेश टिकैत


उन्होंने कहा कि हम भी तो बृजभूषण शरण सिंह की बेइज्जती नहीं कर रहे हैं, लेकिन यह नहीं है कि कोई कुछ भी कर ले और हम खामोश बैठे रहेंगे. चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि खिलाड़ियों को हमारा पूरा समर्थन है और हम वहां फिर जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह को सलाह देते हुए कहा कि अगर उन्होंने गलत किया है तो जनता के बीच में आकर भूल चूक की माफी मांगे. 


उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और पुलिस से लेकर हर विभाग में महिलाओं के साथ शोषण की घटनाएं सामने आ रही है. इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि हर विभाग में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और इस पर ध्यान दिया जाए. टिकैत ने कहा कि न्याय में सभी का विश्वास है. लिहाजा, न्याय सबको मिलना चाहिए, जो पीड़ित है उनकी बात सुनी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश को विकास की ले जाना है, तो उसके लिए अच्छा शासन के साथ ही पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करना बहुत ही जरूरी है. 


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