Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर हरियाणा के सोनीपत में महापंचायत का आयोजन हुआ. इस महापंचायत में फैसला किया गया कि बेटियों के साथ अन्याय हुआ है. सभी संगठन बेटियों और पहलवानों के साथ हैं. 15 जून तक सरकार कोई सख्त कदम नहीं उठाती है तो पहलवान बजरंग पूनिया की कॉल का इंतजार करेंगे.
वहीं पहलवान बजरंग पूनिया ने महापंचायत में कहा कि ये बहन-बेटियों की मान और सम्मान की बात है. ये आपस की लड़ाई है, जिस दिन पहली बार बैठे उसी दिन बृजभूषण शरण सिंह आ गया था. हम यहां राजनीति करने नहीं आए, मैं भी उसी तरह सहयोग कर रहा हूं, जैसे आप कर रहे हैं. हमारा आंदोलन जारी रहेगा और लड़ाई-झगड़े को छोड़ मुद्दे की बात की जाए. इस आंदोलन में दिल से लगे हुए हैं, कोई राजनीति नहीं है. कृपया करके मुद्दे पर बात करें.
'सरकार 15 जून तक कोई फैसला दें'
बजरंग पूनिया ने आगे कहा कि 15 तक इस मामले का समाधान हो वरना दोबारा जंतर-मंतर पर बैठेंगे. सरकार 15 जून तक कोई फैसला दें, नहीं तो 16 और 17 तारीख को हम एलान करेंगे. सभी खाप पंचायतें और किसान संगठन हमारी कॉल का इंतजार कर रहे हैं. हम अपना आंदोलन वापस नहीं ले रहे हैं. बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
बृजभूषण शरण सिंह ने क्या कहा था?
गौरतलब है कि इस मामले को लेकर बृजभूषण शरण सिंह भी कई बार बोल चुके हैं कि अगर उन पर लगे आरोप साबित होते हैं तो वह खुद को फांसी लगा लेंगे. उन्होंने हाल ही में कहा था कि चार महीने हो गए हैं और वे चाहते हैं कि मुझे फांसी दी जाए. सरकार मुझे फांसी नहीं दे रही है, इसलिए वे मंगलवार को हरिद्वार में एकत्र हुए और अपने पदक गंगा में विसर्जित करने की धमकी दी. इससे वह सजा नहीं मिलेगी जो वे मेरे लिए चाहते हैं. यह सब इमोशनल ड्रामा है.
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