Wrestlers Protest News: महिला पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष और बीजेपी (BJP) सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दिल्ली पुलिस (Delhi) ने शुक्रवार को दो प्राथमिकी दर्ज की. एफआईआर (FIR) दर्ज होने के बाद पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) की पहली प्रतिक्रिया आई है.
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा, "एफआईआर कोई चीज नहीं होती है, ये तो कोई भी दिखा सकता है. लेकिन एफआईआर नहीं लिखी जा रही थी, इससे समझा जा सकता है कि कौन लोग हैं जिससे पहलवानों की लड़ाई है. जबतक उस आदमी को पद से नहीं हटाते हैं जो इनका नुकसान कर सकता है. पद से नहीं हटाया जाता और गिरफ्तारी नहीं होती है तब तक इनको कुछ भी कनसिडर नहीं करना चाहिए. हम सब इनके साथ हैं और देश इनके साथ है."
क्या बोले बृजभूषण शरण सिंह?
जबकि दूसरी ओर एफआईआर होने के बाद इस्तीफा देने के सवाल पर बीजेपी सांसद ने कहा, "जांच में फेडरेशन की कोई भूमिका नहीं है. इन लोगों की मांग लगातार बदलती है. जनवरी में इस्तीफा देने की इनकी. मैंने तब भी कहा था कि मैंने अगर अपने पद से इस्तीफा दे दिया तो इसका मतलब ये है कि मैंने इनके आरोपों को स्वीकार कर लिया है. इस्तीफा देना बड़ी बात नहीं है मगर अपराधी बनकर नहीं. मैं शुरू से ही कह रहा हूं कि इसमें देश के कुछ उद्योगपतियों, जिनको मुझसे कष्ट है और कांग्रेस का हाथ है. आज दिख गया कि इसमें किसका हाथ है."
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला पहलवानों की शिकायत पर कनॉट प्लेस थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उन्होंने बताया कि पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसके तहत यौन अपराधों से पॉक्सो एक्ट समेत आईपीसी की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. अधिकारी ने कहा कि दूसरी प्राथमिकी शील भंग से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत वयस्क शिकायतकर्ताओं की शिकायतों की गहन जांच के लिए दर्ज की गई है.