Yamuna Express Way: यमुना एक्सप्रेसवे पर आए दिन हादसे होते रहते है और इन हादसों में अब तक कई लोग अपनी जान भी गवां चुके हैं. हाल ही में एक्सप्रेस वे पर एक ऐसा हादसा हुआ जिसमे 5 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भी यमुना एक्सप्रेसवे पर होने वाले हादसों को लेकर जानकारी मांगी. एक ओर बढ़ते हादसों ने जहां प्रशासन की चिंता बढ़ाई है. वहीं इन हादसों पर सीएम के जवाब मांगने पर यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) भी हादसों पर रोक लगाने की तैयारी में जुट गया है, इसलिए प्राधिकरण के सीईओ ने यमुना एक्सप्रेसवे को संभालने वाली जेपी कंपनी के मैनेजमेंट के साथ एक बैठक जिसमें बढ़ते हादसों पर अंकुश लगाने को लेकर प्लान बनाया गया.
लेन तोड़ने पर कटेगा चालान
ट्रैफिक पुलिस ने यमुना प्राधिकरण के साथ मिलकर यमुना एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों के चलने की स्पीड लिमिट बनाई हुई है. इस स्पीड लिमिट में अभी गाड़ियों को चलना होता है. एक्सप्रेसवे पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हल्के वाहन चल सकते है और भारी वाहनों के लिए यह लिमिट 60 किमी प्रति घंटा है और सर्दियों में स्पीड लिमिट और कम कर दी जाती है.
एक्सप्रेसवे पर तेज स्पीड से गाड़ी चलने और लेन तोड़ने की वजह से भी हादसे होते है. जिनपर रोक लगाने के लिए प्राधिकरण ने एक अहम फैसला लिया है जिसके तहत अगर अब कोई वाहन चलाने वाला लेन तोड़ेगा तो उसका चलाना किया जाएगा.
अधिकारी ने दी यह जानकारी
इसकी जानकारी देते हुए यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि अगर अब कोई वाहन चालक लेन तोड़कर दूसरी लेन में जाएगा तो उनका चालान किया जाएगा. इसके अलावा गलत ढंग से ओवरटेक करने पर और किसी दूसरी लेन में जबरदस्ती कब्जा करने को भी नियम तोड़ने की कैटेगरी में डाला जाएगा. वहीं अगर कोई एक गाड़ी 3 बार से ज्यादा नियम तोड़ेगी ऐसी गाड़ियो का एक्सप्रेसवे पर चलना भी बैन करवाना योजना में शामिल है.
इसके अलावा प्राधिकरण एक्सप्रेसवे पर क्रैश बीम के बाहर साइन बोर्ड लगवाए जाएंगे, प्राधिकरण अब रिंबल स्ट्रिप की संख्या बढ़ाने वाली है. फिलहाल 185 किलोमीटर में कुल 58 जगहों पर रबंल स्ट्रिप लगवाए गए है. अब उन्हें ऐसी जगह लगाया जाएगा जहां एक्सीडेंट ज्यादा होते है. कुछ दिन पहले ही प्राधिकरण ने एक बैठक में एक्सप्रेसवे पर 4 थाने और बनाने का फैसला किया था. इसके अलावा जेपी कंपनी के साथ मिल कर एंबुलेंस बढ़ने और पुलिस की गेस्ट करने वाली गाड़ियों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.