विधि विधान और धार्मिक मान्याताओं के अनुसार 14 मई को खुलेंगे यमुनोत्री धाम के कपाट, जानें- क्या है खास
साल 2021 में यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई अक्षय तृतीया के मौके पर अभिजित मुहूर्त कर्क लग्न में दोपहर 12 बजकर 15 मिनट में आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. यात्रा को लेकर प्रशासन ने भी कमर कसनी शुरू कर दी है.
देहरादून: विश्व प्रसिद यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का मुहूर्त रविवार को यमुना जयंती के शुभ अवसर पर तय हो गया है. पूरे विधि विधान और धार्मिक मान्याताओं के अनुसार इस वर्ष धाम के कपाट 14 मई अक्षय तृतीया के मौके पर अभिजित मुहूर्त कर्क लग्न में दोपहर 12 बजकर 15 मिनट में आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. कपाट खुलने से पहले मां यमुना की उत्सव भोग मूर्ति और डोली सुबह अपने भाई शनि देव की अगुवाई में 9 बजकर 15 मिनट में मायके खरशाली गांव से यमुनोत्री के रवाना होगी. यमुनोत्री मंदिर समिति समेत रावत समाज ने सामूहिक बैठक कर कपाट खुलने का मुहूर्त तय किया है.
बाधित हो गई थी यात्रा
यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने में अब एक माहीने से भी कम का समय ही बाकी रह गया है. यात्रा मार्ग में यात्रियों की सुगमता और सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने भी कमर कसनी शुरू कर दी है. यमुनोत्री धाम पहुंचने में 6 किलोमीटर पैदल मार्ग का सफर करना होता है. जिसमे भंडेली गाड़ में पहाड़ी दरकने से बीते साल पैदल मार्ग और ऋषि गंगा पर बना पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके बाद यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर यातायात बाधित हो गई थी.
जारी है काम
अब भंडेली गाड़ में इन दिनों बड़कोट PWD की तरफ से पैदल मार्ग का निर्माण और ऋषि गंगा पर पुल निर्माण का कार्य किया जा रहा है. भंडेली गांड में बीते साल रॉक स्लाइडिंग के कारण पैदल मार्ग और पुल क्षतिग्रस्त हुआ था. अब इस पर लगातार कार्य किया जा रहा है. पैदल मार्ग तैयार होने के बाद देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए आवागमन सुगम हो सकेगा. कार्यदायी संस्था PWD की मानें तो 25 अप्रैल तक मार्ग को पूरी तरह दुरुस्त कर लिया जाएगा. जिसमे पुल निर्माण का कार्य अभी बाकी रह गया है, जबकि, पैदल मार्ग को सुरक्षित तरीके से बनाया जा रहा है.
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