भूस्खलन के चलते क्षतिगस्त हुआ था यमुनोत्री धाम का पैदल मार्ग, अब प्रशासन ने की है ये तैयारी
यमुनोत्री धाम में भूस्खलन के चलते भनेली गाड़ में पहाड़ी से बोल्डर और चट्टानी मलबा आने से पैदल पुल समेत मार्ग का 200 मीटर हिस्सा पूरी तरह क्षतिगस्त हो गया था. प्रशासन इस हिस्से को सुरक्षित बनाने के लिए काम कर रहा है.
देहरादून: यमुनोत्री धाम के पैदल यात्रा मार्ग में पिछले यात्रा काल में भनेली गाड़ के पास लगातार भूस्खलन होने के चलते यात्रा पूरी तरह प्रभावित रही थी. कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते यमुनोत्री धाम में पिछले साल महज एक माहीने तक ही यात्रा चल पाई थी. भूस्खलन के चलते भनेली गाड़ में पहाड़ी से बोल्डर और चट्टानी मलबा आने से पैदल पुल समेत मार्ग का 200 मीटर हिस्सा पूरी तरह क्षतिगस्त हो गया था.
प्रशासन ने कसी कमर एबीपी गंगा ने खबर को प्रमुखता से दिखाया था, लिहाजा अब इस वर्ष यमुनोत्री धाम यात्रा शुरू होने से पहले ही प्रशासन ने इस हिस्से को सुरक्षित बनाने के लिए कमर कस ली है. जिसमें अब पैदल मार्ग का 300 मीटर हिस्सा भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र से अलग बनाया गया है. एक वेली ब्रिज भी लगाया जाना है. ब्रिज का एप्रोच तैयार कर दिया गया है.
सुरक्षित होगी यात्रा बता दें कि, भनेली गाड़ में लगाया जाने वाला वेली ब्रिज वर्तमान समय में बनास गावं के पास लगा है. जिसे अब हटाकर भनेली गाड़ में लगाने का प्लान है. ब्रिज लगने के बाद यमुनोत्री धाम का सबसे डेंजर क्षेत्र सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित हो जाएगा.
ये भी पढ़ें: