Meerut News: जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद के विवादित बयान के विरोध में मेरठ देहात इलाके मुंडाली में सैकड़ों लोगों ने जुलूस निकालाय. इस दौरान कुछ लोगों ने हाथों में लाठी-डंडे लेकर नारेबाजी की. जिसके बाद इलाके में तनाव देखने को मिल रहा है. इस जुलूस के लिए पुलिस से परमिशन नहीं ली गई थी और न ही किसी को कोई जानकारी दी गई थी. जिसके बाद अब अधिकारियों ने उन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
मामला मेरठ के देहात इलाके मुण्डाली का है. इस जुलूस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, इसमें सैकड़ों लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है. ये भीड़ मंदिर के सामने से होते हुए जा रही है. इनमें कुछ लोगों ने लाठी-डंड भी हाथ में ले रखें हैं. सैकड़ों लोगों का इस तरीके से गली में आना, शोर मचाने की घटना के बाद से इलाके में तनाव है. ये वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस भी हरकत में आ गई है. एलआईयू ने पूरी हकीकत जानने के लिए डेरा डाल दिया है कि आखिर कौन है इसके पीछे.
बच्चों और किशोरों को आगे किया
इस जुलूस में बड़ी संख्या में बच्चे और किशोर हैं, जिसके बाद ये माना जा रहा है कि पूरी प्लानिंग के साथ बच्चों और किशोरों को आगे किया गया. ऐसे में इनकी मंशा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं कि इस जुलूस के पीछे किसका हाथ था, जो मुंडाली के गाँवों की गलियों से निकली और खुफिया एजेंसियों को इसकी सूचना तक नहीं मिली. इस बीच गांव में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. ये वीडियो गांव के ही किसी शख्स ने वीडियो बनाई और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी.
बिना परमिशन के इस तरह एक बड़े जुलूस के निकलने से पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद किसी तरह भीड़ को तितर बितर किया गया. एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि मुंडाली में अराजक तत्वों ने जुलूस निकाला था और भीड़ को जैसे ही पता चला तो तितर बितर कर दिया गया. कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है, सख्ती से निपटा जाएगा. वीडियो से शिनाख्त की जा रही है. आरोपियों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं. आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा.