यति नरसिंहानंद के बयान पर दारुल उलूम देवबंद का फरमान, कहा- 'धार्मिक लिबास में छुपा शैतान'
UP News: देवबंद दारुल उलूम ने यति नरसिंहानंद के बयान पर फरमान जारी करते हुए मुस्लिम भाइयों से अपील की है कि इस मामले में और अक्ल से काम लें और कानूनी तरीके से इस शरारती तत्व के खिलाफ आवाज बुलंद करें.
Yati Narsinghanand Saraswati Controversy: पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित बयान पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद का विरोध देशभर में हो रहा है. सहारनपुर (Saharanpur News) में देवबंद दारुल उलूम ने यति नरसिंहानंद (Yati Narsinghanand Saraswati) के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. इस मामले में उन्होंने कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
दारुल उलूम की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि बेहद अफसोस और दुख के साथ यह बयान जारी किया जा रहा है कि यति नरसिंहानंद नामक मलऊन ने रसूल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की पवित्र शख्सियत के खिलाफ बेहद अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है. यह हरकत ने सिर्फ असलमानों के ईमान और भावनाओं पर हमला है, बल्कि यह पूरी दुनिया के अमन और इंसाफ के सिद्धांतों की सरेआम खिलाफवर्जी भी है. यह व्यक्ति एक धार्मिक लिबास में छुपा शैतान है, जो हमेशा धार्मिक नफरत और सांप्रदायिक हिंसा की बातें करता है.
नरसिंहानंद पर कानूनी कार्रवाई की मांग
रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की इज्जत और शान हम मुसलमानों के लिए जिदगी में भी ज्यादा अहम है. हम इस तरह की गुस्ताखी हरगिज बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. उन्होंने इस यति नरसिंहानंद के बयान की निंदा की और कानूनी कार्रवाई की मांग की है. सरकार से से मांग की है कि ऐसा कानून बनाया जाए ताकि कोई धार्मिक नेता की शान में गुस्ताखी करने वालों को कड़ी सजा दी जाए.
यह न सिर्फ देश में शांति और व्याधा बनाए रखने के लिए जरुरी है बल्कि लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने का तकाजा भी है. दारुल उलूम की तरफ से, तमाम मुस्लिम भाइयों से अपील की गई है कि इस मामले में और अक्ल से काम लें और कानूनी तरीके से इस शरारती तत्व के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें ताकि इंसाफ मिल सके और ऐसा करने वालों को सजा मिल सके.
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