Year Ender 2023: साल 2023 ख़त्म हो रहा है, नया साल 2024 आ रहा है, जिसमें लोकसभा चुनाव होना है. जिसे लेकर अभी से सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है. ऐसे में हम बीजेपी (BJP) के उस वादे की बात करने जा रहे हैं तो 30 साल पहले जब किया गया था तो शायद किसी ने इसका यकीन नहीं किया था कि ऐसा हो सकता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने इसे पूरा कर दिखाया, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रास्ता साफ हुआ और अब अगले साल बेहद भव्य तरीके से इसे जनता को समर्पित भी कर दिया जाएगा. 


हम बात कर रहे हैं अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर की. साल 1991 में बीजेपी ने विवादित भूमि पर राम मंदिर बनाने की बात कही थी, जिसके बाद 1992 में कार सेवकों ने बाबरी मस्जिद को गिरा दिया जिसके बाद बीजेपी ने यहां भव्य राम मंदिर बनाने का संकल्प लिया था. साल 1996 में जब पहली बार बीजेपी की 13 दिन की सरकार बनी तब पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में इसे शामिल किया था. 


पूरा हुआ राम मंदिर का वादा
बीजेपी ने साल 1999, 2004 और फिर जितने भी चुनाव हुए उसमें राम मंदिर को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया, इस दौरान एक लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ी गई और आखिरकार जीत मिली. साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने एक ट्रस्ट बनाकर विवादित स्थल पर राम मंदिर को बनाने की अनुमति दी और मस्जिद के वैकल्पिक जमीन देने के आदेश दिए. क़रीब तीस साल बाद राम मंदिर का वादा अब पूरा होने जा रहा है.


22 जनवरी को होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में भगवान राम का भव्य राम मंदिर लगभग बनकर तैयार हो गया है. अग़ले साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. जिसे लेकर राम भक्तों में भी ख़ासा उत्साह देखा जा रहा है. रामलला के मंदिर के उद्घाटन के लिए भव्य समारोह की तैयारियां की जा रही है. इस दौरान देश के तमाम वीवीआईपी हस्तियां शामिल रहेंगी. इनमें उद्योगजगत, कला, साहित्य और खेल से जुड़े तमाम मेहमान आएंगे. 


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