Flashback 2023: यूपी पुलिस का साल 2023 चुनौतियों और आरोपों से बीता है. प्रदेश में अपराध को खत्म करने के लिए पुलिस ने इस साल कई बड़ी कार्रवाई अंजाम दिया है. लेकिन कई कार्रवाईयों में पुलिस पर भी सवाल उठे हैं. उन्हीं मे से एक मामला सांसद और विधायक रहे अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक अशरफ की हत्या से जुड़ा हुआ है. प्रयागराज पुलिस कस्टडी में तीन शूटरों ने अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी. जिस पर पुलिस और सरकार पर भी सवाल उठाए गए. 


प्रयागराज पुलिस कस्टडी में तीन शूटर्स ने अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी थी और पुलिस के आगे खुद को सरेंडर कर दिया. इस मामले को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था. साथ पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे. पुलिस कस्टडी में हत्या के मामले में एक वर्ग ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए. 


अपराध की दुनिया में ऐसा बनाया सम्राज्य  
अतीक अहमद को बड़े अपराधों के साथ लोगों में अपना खौफ कायम रखने का शौक था. 10 वीं फेल होने पर अतीक ने अपराध की दुनिया में अपना पहला कदम रखा था. उस पुराने शहर में चांद बाबा सम्राज्य था. जिसे पुलिस और नेता दोनों ही खत्म करना चाहते थे. दोनों अतीक अहमद का इस मामले में साथ दिया. 


चांद बाबा की हत्या के बाद अतीक अहमद ने अपना साम्राज्य स्थापित करना शुरु कर दिया. अतीक ने साल 1989 में जुर्म की दुनिया के साथ ही राजनीति की दुनियां में अपना कदम रखा. निर्दलीय उम्मीदवार की तौर पर अतीक ने इलाहाबाद पश्चिम सीट से पहली बार चुनाव लड़ा और जीत भी गया. इसके बाद से उसका पॉलिटिकल बैकग्राउंड मजबूत होता गया. अतीक अहमद चार बार विधायक और एक बार फूलपुर से सांसद रहा.अतीक पर लूट, मर्डर, मर्डर की कोशिश किडनैपिंग जैसे 100 से ज्यादा मामले दर्ज है. अतीक के भाई अशरफ की जुर्म दुनिया में एंट्री राजपाल हत्याकांड से हुई. इसके अशरफ ने प्रयागराज की गलियों में अपना खौफ कायम करना शुरु कर दिया.


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