हरिद्वार, एबीपी गंगा। रामायण और महाभारत को लेकर सीपीएम नेता सीताराम येचुरी की ओर से दिए गए बयान से उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। योगगुरु बाबा रामदेव ने अन्‍य संतों के साथ मिलकर पुलिस में इस बाबत शिकायत दर्ज कराई है। रामदेव ने हरिद्वार के एसएसपी के समक्ष माकपा नेता के खिलाफ शिकायत दी है।


कम्युनिस्टों का बहिष्कार करना चाहिए


बाबा रामदेव ने सीपीएम नेता के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सीताराम येचुरी ने धार्मिक और सामाजिक पाप किया है। उन्होंने कहा कि संतों ने एसएसपी को तहरीर देकर सीताराम येचुरी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। रामदेव ने कहा की देश के हर एक व्यक्ति को कम्युनिस्टों का बहिष्कार करना चाहिए। संतों ने कहा कि सीताराम येचुरी को अपना नाम बदल लेना चाहिए। हिंदू समाज कभी भी हिंसक नहीं था। सीपीएम नेता ने जो कहा उसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।



महाभारत और रामायण को लेकर दिया विवादित


बता दें कि सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने महाभारत और रामायण को लेकर विवादित बयान दिया था। अपने बयान में उन्होंने कहा था कि रामायण और महाभारत भी लड़ाई हिंसा से भरी हुई थी, लेकिन एक प्रचारक के तौर आप सिर्फ महाकाव्य के तौर पर उसे बताते हैं, उसके बाद भी दावा करते हैं कि हिंदू हिंसक नहीं है।


पीएम पर साधा था निशाना


गौरतलब है कि, सीपीएम नेता ने पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की तुलना महाभारत के पात्रों- दुर्योधन और दुशासन से की थी। चुनावी सभा में बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था, 'महाभारत में कौरव सौ भाई थे, जिनमें से आपको दो भाइयों का नाम ही याद है- दुर्योधन और दुशासन। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली बीजेपी के अंदर आपको कितने लोगों का नाम याद है? नरेंद्र मोदी-अमित शाह। जो नौबत हुई थी महाभारत में कौरवों की, वह अब यहां राजनीतिक महाभारत में हो रही है।