मेरठ लोकसभा चुनाव में पूर्व मेयर सुनीता वर्मा की हार के बाद उनके पति योगेश वर्मा बीजेपी पर जमकर बरसे. मेरठ सांसद अरुण गोविल और विरोधियों को भी अलग ही अंदाज में निशाने पर लिया. अफवाह फैलाने वालों को भी खुली चुनौती दे डाली. योगेश वर्मा के ऐसे तेवर लंबे अरसे बाद देखे गए हैं.  उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर लाइव आकार तल्ख तेवरों में बयानबाजी की है जो चर्चा का विषय बनी है


'मुंबई वाले को जिताया है...'
सपा मुखिया अखिलेश यादव के बेहद खास नेताओं में शुमार और मेरठ से सपा गठबंधन से लोकसभा चुनाव लड़ी पूर्व मेयर सुनीता वर्मा के पति योगेश वर्मा ने मेरठ लोकसभा सांसद अरुण गोविल का नाम लेकर बीजेपी को भी निशाने पर लिया.  बोले, जिस मुंबई वाले को चुनाव जिताकर संसद बनाया है उन अरुण गोविल की सूरत देखने के लिए बीजेपी वाले तरस जाएंगे. उन्हें अफसोस होगा कि आखिर कैसे शख्स को संसद बना दिया.  थोड़ी सी कसर रह गई नहीं तो अयोध्या की तरह बीजेपी के राम भी मेरठ में चुनाव हार जाते.  


'मेरठ कैंट में फर्जी वोटिंग'
पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने मेरठ कैंट विधानसभा में फर्जी वोटिंग का बड़ा आरोप लगाया है. उनका कहना है कि 50 हजार फर्जी वोट कैंट में हैं और वो अब इसकी जांच कराएंगे. इसके लिए कोई आंदोलन भी करना पड़ेगा तो पीछे नहीं हटूंगा. . कैंट विधानसभा में हमें 65 हजार से ज्यादा वोट मिली हैं यदि कैंट में 50 हजार से ज्यादा फर्जी वोट न होती और फर्जी मतदान न हुआ होता तो हम चुनाव जीत जाते, लेकिन कैंट में फर्जी मतदान ने हमें चुनाव हरा दिया. 


'धन्यवाद यात्रा निकालूंगा'
मेरठ में गठबंधन प्रत्याशी सुनीता वर्मा पांच लाख 36 हजार वोट पाकर भी चुनाव हार गई.  इसके बाद उनके पति पूर्व एमएलए योगेश वर्मा ने एलान किया है कि वो धन्यवाद यात्रा निकालेंगे और गली गली जाकर लोगों का धन्यवाद करेंगे. योगेश वर्मा ने कहा कि उन्हें पांच लाख 36 हजार लोगों ने वोट दी है, यानि इतने लोगों का प्यार और आशीर्वाद हमारे साथ है.  मैं चुनाव भले ही हार गया लेकिन हौंसला बरकरार है और जनता ने जो प्यार और विश्वास जताया उसका हमेशा आभारी रहूंगा और यही आभार जताने के लिए मेरठ लोकसभा के गांव गांव और गली गली जाकर धन्यवाद करूंगा.  बस थोड़ी सी वोट और मिल जाती तो एक दलित की बेटी सांसद पहुंच जाती और अखिलेश यादव का एक सांसद और बढ़ जाता. 


'न अवैध कॉलोनी काटता हूं ना कमेला चलाता हूं'
पूर्व एमएलए योगेश वर्मा बोले कि जो लोग ये बातें कह रहे हैं कि अधिकारियों ने डरा लिया तो उन्हें बताना चाहता हूं कि योगेश वर्मा डरने वालों में से नहीं है.  न मैं झुका हूं और ना झुकूंगा. जनता ने हमें अपना नेता माना है.  आवाम के दम पर तभी तो बीजेपी से टक्कर ली है.  न कोई अवैध कमेला चलाता हूं और ना अवैध कॉलोनी काटता हूं ना कोई गलत काम है इसीलिए डंके की चोट पर राजनीति करता हूं और आगे भी करता रहूंगा. 


'हमारे चुनाव ने बीजेपी वालों को पसीना ला दिया'
पूर्व एमएलए योगेश वर्मा ने कहा कि अखिलेश यादव ने जनरल सीट पर दलित को चुनाव लड़ाकर हम पर अहसान किया.  हमारी पत्नी पूर्व मेयर सुनीता वर्मा चुनाव हार गई लेकिन हमारा हौसला और बढ़ा है क्योंकि आवाम ने हमें करीब पांच लाख 36 हजार वोट दी.  मैं अब दलित समाज को सपा से और जोडूंगा. दलित मुस्लिमों का दिल से शुक्रिया और सर्व समाज ने वोट दिया उनका भी आभार.  मेरठ शहर, मेरठ दक्षिण, किठौर से लेकर हापुड तक जीता, बस कैंट में दिक्कत रही, 15 दिन में अपने नेता अखिलेश यादव के दम और जनता के प्यार की बदौलत पांच लाख 36 हजार वोट ली, ये नतीजे देखकर बीजेपी वालों को पसीना आ गया.