Meerut Samajwadi Party Dispute News: पश्चिमी यूपी में बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और संगीत सोम के बीच चला आ रहा सियासी घमासान अभी ठंडा भी नहीं पड़ा है कि समाजवादी पार्टी में चल रही अंतर्कलह भी अब धरातल पर आ गई है. मेरठ में गठबंधन प्रत्याशी रही पूर्व मेयर सुनीता वर्मा की हार के बाद उनके पति पूर्व एमएलए योगेश वर्मा ने अतुल प्रधान का नाम लिए बिना उन्हें निशाने पर ले लिया. उन्होंने खूब भड़ास भी निकाली और बड़ा चैलेंज भीं कर डाला. फेसबुक पेज पर लाइव आकार अतुल प्रधान पर बड़े आरोप लगाए. 


पूर्व एमएलए योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा मेरठ में बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल से चुनाव हार गईं. नतीजों के 18 दिन बाद पूर्व एमएलए योगेश वर्मा का गुस्सा बाहर आया. सपा विधायक अतुल प्रधान का नाम तो नहीं लिया लेकिन कहा कि पिछले चुनाव में एक सवा लाख वोट ही ले पाए और तीसरे नंबर पर आ गए, जबकि योगेश वर्मा यानी उनकी पत्नी को लोकसभा चुनाव में करीब पांच लाख 36 हजार वोट मिली. मैं इतने लोगों के दिलों पर राज करता हूं, जबकि वो अपनी स्थिति देखें.


मेरठ में समाजवादी नेताओं में तकरार


बता दें कि सपा एमएलए अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान ने मेरठ से महापौर का चुनाव लडा था और वो चुनाव ही नहीं हारी बल्कि तीसरे स्थान पर रही थीं. बीजेपी के हरिकांत अहलूवालिया चुनाव जीते थे और एआईएमआईएम के मोहम्मद अनस दूसरे नंबर पर रहे थे.


पूर्व एमएलए योगेश वर्मा ने साधा अतुल प्रधान पर निशाना


सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बेहद खासमखास पूर्व एमएलए योगेश वर्मा बेहद ही तल्ख तेवर में नजर आए. उन्होंने फिर अतुल प्रधान का नाम लिए बिना भड़ास निकाली. कहा कि रही बात खरीद फरोख्त की तो योगेश वर्मा की मूछ का बाल खरीदकर दिखा देना तुम्हारे बाप में दम हो तो. राजनीति कर रहा हूं मजबूती से राजनीति करूंगा. तुम परेशान तो हो कि योगेश वर्मा को हारने के बाद भी समाज और आवाम ने अपना नेता माना, पांच लाख 36 हजार वोट दी.


मुस्लिम और दलितों का शुक्रिया. जितनी वोट दलित मुस्लिम ने मुझे दी है उतनी लेकर दिखा देना, पूरी ताकत लगाई तो थी पिछले चुनाव में एक सवा लाख वोट मिली. मेरे आवाम, समाज और जनता को पता लग गया है कि तुमने क्या किया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए जान दे दूंगा, तुम क्या कर रहे हो सबको पता चल गया. सुनीता वर्मा को पांच लाख 35 हजार 884 वोट मिली हैं.


मेरठ में सपा ने दो बार बदले थे टिकट


मेरठ लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता भानू प्रताप सिंह को टिकट दिया था. कुछ दिन बाद ही उनका टिकट काट दिया गया था. इसके बाद अखिलेश यादव में मेरठ सरधना विधानसभा सीट से सपा विधायक रहे अतुल प्रधान को टिकट थमा दिया, लेकिन इसके बाद एमएलए अतुल प्रधान का भी टिकट काटकर पूर्व एमएलए योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को टिकट दिया. सुनीता वर्मा मेरठ से मेयर भी रहीं हैं. अतुल प्रधान का टिकट कटने के बाद चर्चा चली कि अतुल विरोध करेंगे, लेकिन एमएलए अतुल प्रधान ने प्रेस कांफ्रेंस कर खंडन किया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का फैसला मंजूर है, जिसे टिकट दिया है उसे ही लड़ाएंगे और न वो कहीं जा रहे हैं ये सब बातें अफवाह हैं.


अतुल प्रधान को लेकर क्या बोले योगेश वर्मा?


इस बारे में जब हमने मेरठ लोकसभा से सपा गठबंधन प्रत्याशी रही पूर्व मेयर सुनीता वर्मा के पति और पूर्व विधायक योगेश वर्मा से बात की और सपा विधायक अतुल प्रधान का नाम लेकर सवाल किया तो बोले, उनका नाम लेकर नेता नहीं बनाना चाहता हूं उनका स्तर इतना बड़ा नहीं है। पूर्व के चुनाव में किसे एक सवा लाख वोट मिली, कौन तीसरे नम्बर पर रहा आप समझदार हैं. मुस्लिमों और दलितों ने उन्हें नकार दिया इसलिए पिछले चुनाव में तीसरे नम्बर पर आए थे. आवाम ने हमें भरपूर प्यार दिया। जिन नेता का मैं जिक्र कर रहा हूं उन्होंने मेरठ ही जिन कई सीटों पर बीजेपी को चुनाव लड़ाया है. मैं चुनाव हारकर भी जीत गया हूं क्योंकि पांच लाख 36 हजार वोट कम नहीं होती. राजनीति में हार जीत किस्मत का खेल है.


''हम सब साथ हैं''


पूर्व एमएलए योगेश वर्मा के बिना नाम लिए सपा एमएलए अतुल प्रधान पर खूब सियासी बाण चलाए. इन आरोपों पर जब हमने सपा एमएलए अतुल प्रधान से बात की तो उन्होंने बस इतना कहा कि हम सब साथ हैं और मिलकर मजबूती से 2027 की तैयारियों में जुटे हैं. 2027 में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सीएम बनाएंगे.


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