UP Politics: सीएम योगी का पाकिस्तान को लेकर सबसे बड़ा दावा, अखिलेश यादव नहीं, निशाने पर आई ये पार्टी
UP News: योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ''जब अच्छी सरकार आती है तो परिवर्तन लाती है. वहीं पाकिस्तान को देख लीजिए वहां पर आज रोटी के लाले पड़ रहे हैं.''
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कांग्रेस पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए गुरुवार को कहा कि जहां कुछ लोगों ने भारत को जाति और धर्म के आधार पर बांटा, वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रगति पर ध्यान दिया. आदित्यनाथ ने 8,754 करोड़ रुपये की लागत वाली 2,042 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया. इस अवसर पर उन्होंने पाकिस्तान में महंगाई और आर्थिक संकट का जिक्र करते हुए कहा, ''हम विकास पर पैसा खर्च कर रहे हैं, वहीं, पाकिस्तान भोजन के लिए संघर्ष कर रहा है.''
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''कुछ राज्य ऐसे भी होंगे जिनका वार्षिक बजट ही 8,700 रुपये के आसपास होगा, जबकि हम इस धन राशि की नगर विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कर रहे हैं. सरकार गरीबों को निशुल्क आवास, शौचालय, पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा कवर दे रही है. जब अच्छी सरकार आती है तो ऐसे ही परिवर्तन लाती है. वहीं पाकिस्तान को देख लीजिए वहां पर आज रोटी के लाले पड़ रहे हैं.'' उन्होंने कोविड-19 के दौरान प्रधानमंत्री के प्रयासों की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को अब महामारी के दौरान शुरू की गई योजनाओं का लाभ मिल रहा है.
कांग्रेस पर योगी आदित्यनाथ ने कसा तंज
साल 1918 के स्पैनिश फ्लू के एक स्पष्ट संदर्भ में, आदित्यनाथ ने कहा, ''इस तरह की महामारी'' 100 साल पहले भी आ चुकी है, जिस वक्त लोग ना सिर्फ महामारी से बल्कि भूख से भी मरे थे. उन्होंने कहा, ''कोविड महामारी के दौरान देश के इतिहास में पहली बार मुफ्त टीकाकरण, जांच, राशन और सुविधाएं लोगों को उपलब्ध कराई गईं. इसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है.''
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे एक सफल मॉडल के रूप में वर्णित करते हुए, जिसकी विश्व स्तर पर प्रशंसा की जा रही थी. कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ''यह उन सभी की आंखें खोलने का काम करेगा, जिन्होंने स्वतंत्र भारत को जाति, क्षेत्र और भाषा के आधार पर विभाजित किया और झूठे वादे किए.'' उन्होंने कहा, ''जो लोग जाति, पंथ और धर्म के आधार पर देश को विभाजित करना चाहते हैं, उन्हें प्रगति से कोई लेना-देना नहीं है. उन्हें वंचितों की परवाह नहीं है- वे केवल खुद में रुचि रखते हैं.'' उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने का एक लक्ष्य रखा था, जिसमें से 10 प्रदेश के थे. वहां, युद्धस्तर पर विकास कार्य हो रहे हैं.''