Yogi Adityanath Cabinet 2.0: सीएम योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट में बनाए गए हैं पांच ऐसे मंत्री जिनकी नहीं थी किसी को उम्मीद
Yogi Cabinet 2.0: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज से अपनी दूसरी पारी की शुरुआत कर दी है, लेकिन इस बार उनकी कैबिनेट की तस्वीर काफी बदली हुई है.
Yogi Adityanath Cabinet 2.0: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज से अपनी दूसरी पारी की शुरुआत कर दी है, लेकिन इस बार उनकी कैबिनेट की तस्वीर काफी बदली हुई है. मंत्रिपरिषद (Council of Ministers) के गठन में जातीय समीकरण का संतुलन बनाने के साथ ही हर वर्ग का ध्यान रखा गया है.
सीएम योगी के अलावा बनाए गए है दो उप मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश सरकार के नए मंत्रिमंडल में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ दो डिप्टी सीएम और 50 विधायकों को मंत्री पद दिया गया है. जिसमें कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्री बनाया गया है. लेकिन इन मंत्रियों में कुछ ऐसे भी चेहरे है जिनको मंत्री बनने की किसी ने उम्मीद नहीं लगाई थी. इनमें से राकेश सचान, जसवंत सैनी, दानिश आजाद अंसारी, रामकेश निषाद और अनूप प्रधान शामिल हैं.
राकेश सचान
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन करने वाले पूर्व सांसद राकेश सचान (Rakesh Sachan) बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े थे. भोगनीपुर सीट पर कमल खिलाने वाले राकेश सचान को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया है. राकेश सचान समाजवादी पार्टी से सांसद भी रह चुके हैं. कानपुर के किदवई नगर के रहने वाले राकेश सचान ने अपनी राजनीति की शुरुआत समाजवादी पार्टी से की थी. राकेश सचान मुलायम सिंह और शिवपाल सिंह के करीबी माने जाते थे. राकेश सचान 1993 और 2002 में घाटमपुर विधानसभा से विधायक रह चुके हैं. शिवपाल सिंह यादव के कहने पर मुलायम सिंह ने राकेश सचान को 2009 में फतेहपुर लोकसभा सीट से कैंडिडेट बनाया गया था.
जसवंत सैनी
उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जसवंत सैनी को बीजेपी हाईकमान ने योगी मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री बनाया है. बीजेपी नेतृत्व ने जसवंत सैनी योगी मंत्रिमंडल में शामिल कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के परंपरागत वोट बैंक को साधने की कोशिश की है. संगठन के प्रति समर्पण और निष्ठा भी जसवंत सैनी का सियासी कद बढ़ाने में कारगर साबित हुई. ग्रामीण पृष्ठभूमि आने वाले सैनी ने 1989 में आरएसएस कार्यकर्ता के रूप में काम किया और इसके बाद छात्र राजनीति में एक्टिव रहे. वह पिछले 32 साल से आरएसएस और बीजेपी में सक्रिय कार्यकर्ता हैं. जबकि 2009 में एकमात्र चुनाव लोकसभा का लड़ा था, लेकिन वह जीत नहीं सके थे.
दानिश आजाद अंसारी
उत्तर प्रदेश की नवगठित भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार में दानिश आजाद अंसारी को एकमात्र मुस्लिम मंत्री के तौर पर शामिल किए गया है. आजाद ने शुरुआती पढ़ाई बलिया से की है, जबकि ग्रेजुएशन लखनऊ से किया है. उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया है. इस बार मोहसिन रजा को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई हैं. पिछले कार्यकाल में भी योगी सरकार में वह इकलौते मुस्लिम मंत्री बने थे. 32 साल की उम्र में मंत्री बने वो योगी सरकार कैबिनेट का युवा चेहरा हैं.
रामकेश निषाद
यह चेहरा तिंदवारी विधायक रामकेश निषाद का है. उन्हें योगी सरकार 2.0 की सरकार में राज्यमंत्री बनाया है. तिदवारी विधानसभा सीट हमीरपुर-महोबा लोक सभा के साथ आती है. नवनिर्वाचित विधायक रामकेश निषाद ने 86812 मत हासिल किए और जिले में सबसे ज्यादा 28425 वोटों से ताज पहना.रामकेश क्षेत्र में निषाद समुदाय में अच्छी पकड़ रखते हैं.
अनूप प्रधान
अनूप प्रधान ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली है. विधायक अनूप प्रधान अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से दूसरी बार जीते हैं. उत्तर प्रदेश की पिछली सरकार में वाल्मीकि समाज से कोई मंत्री नहीं था. वाल्मीकि समाज के वोट बैंक को साधने के लिए बीजेपी ने दांव चला है. अनूप प्रधान वाल्मीकि के मंत्री बनने को लेकर वाल्मीकि समाज ने भी मांग की थी. जिसको देखते हुए हाई कमान ने यह निर्णय लिया.
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