UP Politics: अखिलेश यादव पर 6 साल में योगी सरकार ने क्यों नहीं की कार्रवाई? ब्रजेश पाठक ने दिया जवाब
UP News: यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, ''हमें घोटालों में सजा दिलाने की जल्दी नहीं है. हम एक-एक घोटाले में कार्रवाई करेंगे.''
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने प्रधानमंत्री को पिछले रविवार को पत्र लिखकर जांच एजेंसियों की शिकायत करने वाले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत नौ प्रमुख विपक्षी नेताओं पर भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा है कि खुद को बचाने के लिए वे (विपक्षी नेता) मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं.
ब्रजेश पाठक ने गुरुवार को प्रदेश बीजेपी कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''नौ प्रमुख विपक्षी नेताओं ने पांच मार्च को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि जांच एजेंसियां विपक्ष के नेताओं को झूठे मामलों में फंसा रही हैं, लेकिन हमारा मानना है कि ये सभी नौ नेता भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हैं और खुद को बचाने के लिए मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं.'' उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल हैं, जबकि यह जगजाहिर है कि सपा की सभी सरकारें भ्रष्टाचार में डूबी रही हैं.''
उपमुख्यमंत्री ने रिवरफ्रंट घोटाला, नोएडा और ग्रेटर नोएडा जमीन घोटाला, राशन घोटाला और खनन घोटाला समेत विभिन्न मामलों का जिक्र करते हुए व्यंग्य किया, 'भ्रष्टाचार करने के लिए अगर कोई पुरस्कार हो तो वह सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दिया जाना चाहिए.'' इस सवाल पर कि कितने मामलों में अखिलेश यादव के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल हुए हैं, उपमुख्यमंत्री ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया, मगर उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ कानून का राज स्थापित कर रही है.''
हमें घोटालों में सजा दिलाने की जल्दी नहीं है- ब्रजेश पाठक
इस सवाल पर कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने पिछले छह साल के कार्यकाल के दौरान इन घोटालों में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की, पाठक ने कहा, ''हमें घोटालों में सजा दिलाने की जल्दी नहीं है. हम एक-एक घोटाले में कार्रवाई करेंगे.''
गौरतलब है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पांच मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया था. इन नेताओं ने दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े एक मामले में वहां के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गत 26 फरवरी को हुई गिरफ्तारी के बाद यह पत्र लिखा है.