लखनऊ, एबीपी गंगा। भ्रष्टाचार पर योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सीबीआई रेड पर एक्शन लेते हुए बुलंदशहर के डीएम अभय सिंह को पद से हटा दिया गया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ एक के बाद एक योगी आदित्यनाथ सरकार का हंटर हर उस अधिकारी पर चल रहा है, जो शक के दायरे में हैं। बता दें कि यूपी में हुए अवैध खनन घोटाले की जांच अब सीबाआई कर रही है। सीबीआई की कार्रवाई के तहत 10 जुलाई को बुलंदशहर के डीएम के घर समेत यूपी के 12 ठिकानों पर छापेमारी की गई। बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान सीबीआई ने डीएम आवास से सीबीआई ने 47 लाख रुपये बरामद किए हैं। इन नोटों को गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी थी।


बुलंदशहर के डीएम को पद से हटाया


इस पूरे घोटाले को समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान अंजाम दिया गया था, लेकिन 2017 में जब योगी आदित्यनाथ की सरकार सत्ता में आई है। तो इस घोटाले की पूरी जिम्मेदारी सीबीआई को सौंप दी गई। 10 जुलाई को खनन घोटाले में सीबीआई की ओर से की गई कार्रवाई के बाद त्वरित एक्शन लेते हुए योगी सरकार ने बुलंदशहर के डीएम अभय सिंह को पद से हटाते हुए वेटिंग में डाल दिया है। वहीं, सीडीयो देवीशरण उपाध्याय को भी पद से हटाकर वेटिंग में डाला गया है। इनके साथ ही, कौशल विकास मिशन के निदेशक विवेक के खिलाफ भी एक्शन लेते हुए पद से हटाकर वेटिंग में रख दिया गया है।


रवींद्र कुमार बने बुलंदशहर के नए डीएम


इस बीच अभय सिंह की जगह रवींद्र कुमार को बुलंदशहर का नया डीएम नियुक्त किया गया है। अबतक रवींद्र राज्य पोषण मिशन में बतौर निदेशक कार्यरत थे।



फतेहपुर में हुए खनन पट्टों को लेकर की पूछताछ


बुलंदशहर के डीएम अभय सिंह ने इस बात को स्वीकार लिया है कि फतेहपुर में हुए खनन पट्टों को लेकर उनसे सीबीआई ने पूछताछ की है। वहीं, डीएम अभय सिंह का दावा है कि फतेहपुर में खनन पट्टे उनकी तैनाती से पहले हुए थे। इसके साथ ही, उन्होंने किसी भी रकम के मिलने की बात को नकार दिया है। उनका कहना है कि सीबीआई को कोई भी बेनामी अघोषित संपत्ति नहीं मिली है।


इन पर भी गिरी गाज


बता दें कि इससे पहले अवैध खनन घोटाले मामले में बुलंदशहर की डीएम रह चुकी बी चंद्रकला के आवास पर भी सीबीआई ने छापा मारा था। चंद्रकला के बाद सीबीआई ने ईएएस अभय सिंह और एमडी कौशल विकास विवेक कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। जहां ये बात सामने आई है कि डीएम बुलंदशहर के घर से सीबीआई ने 47 लाख रुपए की नकदी बरामद की है। जबकि सीडीओ आजमगढ़ देवी शरण उपाध्याय के ठिकाने से भी 10 लाख की नकदी बरामद हुई। देवी शरण उपाध्याय एडीएम देवरिया के पद पर तैनात थे। डीएम देवरिया विवेक के घर पर भी सीबीआई की छापेमारी हुई। दोनों अफसरों के घर से नकदी के साथ बेनामी संपत्ति के कागजात बरामद हुए।


क्यों अभय सिंह का नाम उछला




  1. दरअसल, अखिलेश यादव सरकार में अभय सिंह फतेहपुर के डीएम थे।

  2. आरोप है कि इस दौरान उन्होंने नियमों को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से खनने पट्टे किए।

  3. इतना ही नहीं, हाईकोर्ट की रोक के बावजूद लोगों को अवैध खनन की रेवड़ी बांटी गईं।

  4. अभय सिंह मूल रूप से प्रतापगढ़ के निवासी हैं।

  5. अभी पांच महीने पहले ही उन्हें बुलंदशहर का डीएम नियुक्त किया गया था।