UP: योगी सरकार 2.0 के पहले साल में किन अपराधियों ने टेके घुटने, पुलिस को कैसे मिली कामयाबी? जानें
UP Crime News: उत्तर प्रदेश में बीते एक साल में कई कुख्यात अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इनमें से कई जेल में बंद हैं और उनकी संपत्तियों को या तो जब्त किया गया है या तोड़ दिया गया है.
CM Yogi Govt 2.0: सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने जा रहा है. अब तक के छह साल के कार्यकाल में यूपी पुलिस ने माफियाओं, अपराधियों, बदमाशों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की है. बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansair), अतीक अहमद (Atiq Ahmed), लिकर किंग बदन सिंह बद्दो, कुख्यात सुनील राठी, सुशील मूंछ, सुंदर भाटी, ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह बाहुबली विजय मिश्रा (Vijay Mishra) समेत 64 गैंगस्टर की 3000 करोड़ रुपए की संपत्तियां पुलिस ने या तो जब्त की है या फिर सरकार ने उन पर बुलडोजर चलवा दिया.
इसमें माफिया डॉन अतीक अहमद की ही 1100 करोड़ के ज्यादा की संपत्तियां हैं जबकि मुख्तार अंसारी की 523 करोड़ रुपए की संपत्तियों पर कार्रवाई हुई है. इसी तरह ढाई लाख के इनामी लिकर किंग बदन सिंह बद्दो की भी करोड़ों रुपए की संपत्तियां जप्त की जा चुकी हैं जबकि उसके और उसके सहयोगियों के तमाम अवैध अड्डों पर बुलडोजर चलाया जा चुका है. बाहुबली विजय मिश्रा की भी 50 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्तियां अब तक जब्त की जा चुकी हैं.
सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल के पहले ही साल में यूपी के टॉप लेवल के 13 माफियाओं को कोर्ट ने सजा सुनाई. बाहुबली मुख्तार अंसारी जिसके खिलाफ कभी कोई गवाही नहीं देता था, अभियोजन विभाग ने सशक्त पैरवी की. गवाहों को कोर्ट तक पहुंचाया. नतीजतन, मुख्तार अंसारी को उसके वर्षों से लंबित मुकदमों में सजा होनी शुरू हुई. मुख्तार अंसारी के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न थानों में संगीन धाराओं के 61 मुकदमें दर्ज हैं. इसी तरह बाहुबली विजय मिश्रा जिसके खिलाफ संगीन धाराओं के 83 केस दर्ज है उसे भी कोर्ट ने सजा दी. अभियोजन विभाग की पैरवी से आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को सजा मिली जिससे उनकी विधायक की रद्द हुई. सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति में पुलिस और अन्य एजेंसियों के सहयोग से यह सब संभव हुआ.
अपराधियों के खिलाफ बीते 1 साल में हुई पुलिस की कार्रवाई
- बीते एक साल में 21 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए, 1256 अपराधी मुठभेड़ में घायल हुए.
- एनकाउंटर के दौरान 182 पुलिसकर्मी भी घायल हुए.
- 25000 के 2749 इनामी अपराधी गिरफ्तार हुए और 50000 के 267 इनामी अपराधी गिरफ्तार हुए, इसके अलावा 50,000 से ज्यादा इनाम वाले 36 अपराधी गिरफ्तार हुए.
- गैंगस्टर एक्ट के 3903 केस रजिस्टर किए गए जबकि 12513 आरोपी गिरफ्तार करके जेल भेजे गए.
- 126 अपराधियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई हुई.
- गैंगस्टर एक्ट के तहत 70 अरब 58 करोड़ 64 लाख 33 हजार 537 रुपए की चल अचल संपत्तियां जब्त की गईं.
- बीते एक साल में एसटीएफ ने 847 अपराधियों को गिरफ्तार किया. एसटीएफ ने चार अपराधियों को एनकाउंटर में मारा और 85 इनामी अपराधी गिरफ्तार किए. इसी अवधि में साइबर क्राइम करने वाले 16 अपराधी गिरफ्तार किए गए जबिक ड्रग्स की तस्करी करने वाले 210 अपराधी गिरफ्तार किए गए.
एक साल में जब्त किए गए हथियारों का आंकड़ा
- 458.79 करोड़ रुपए के ड्रग्स बरामद किए गए.
- 35 असलहा तस्कर दबोचे.
- 131 असलहे बरामद किए गए.
- हाईटेक सर्विलेंस से 69 वारदातों को रोका गया.
आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई
- आईएसआईएस, जैश ए मोहम्मद, अलकायदा, आईएसआई जैसे आतंकी संगठनों से संबंधित 21 संदिग्धों को गिरफ्तार किया.
- पीएफआई, रोहिंग्या, बांग्लादेशी, नक्सल से संबंधित 13 लोगों की गिरफ्तारी की गई.
- जाली करेंसी से संबंधित दो लोग दबोचे गए.
- असलहों की तस्करी से संबंधित 15 लोग गिरफ्तार किए गए.
- अवैध सिम बॉक्स संचालन से संबंधित 11 लोगों की गिरफ्तारी की.
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