UP Politics: उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (Smajawadi Party) कानून व्यवस्था का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया. नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रयागराज (Prayagraj) में हुई घटना को लेकर योगी सरकार को घेरने की कोशिश की और पूछा कि ये जीरो टॉलरेंस क्या है. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली. अब इस मुद्दे पर उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी (Rajni Tiwari) का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर हमें उनके सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं है.
दरअसल, रजनी तिवारी आज श्रावस्ती पहुंची थीं जहां उन्होंने नेशनल मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन द्वारा आयोजित विशाल स्वास्थ्य मेले में शिरकत की. इस मेले में 40 कॉलेजों से 100 से अधिक प्रतिष्ठित डॉक्टर पहुंचे जिन्होंने मरीजों का इलाज किया. इस दौरान रजनी तिवारी ने पत्रकारों से बात करते हुए विपक्षी दलों पर जोरदार निशाना साधा.
अखिलेश यादव को दिया जवाब
मंत्री रजनी तिवारी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा कानून व्यवस्था पर उठाये गये सवाल का जवाब देते हुए कहा कि "शायद अखिलेश जी अपने जमाने की बात कर रहे हैं. यहां कानून का राज्य चलता है. यहां कानून व्यवस्था तोड़ने वाले को सख्त से सख्त सजा दी जाती है. अखिलेश यादव के किसी सर्टिफिकेट की हमें जरूरत नहीं है, हमें जनता ने सर्टिफिकेट दिया है और अखिलेश को नकारा है." वहीं हिंदू राष्ट्र के सवाल पर उन्होंने कहा कि "हमारा देश हिंदू राष्ट्र था और हिंदू राष्ट्र है. अब हम विकास की बातें कर रहे हैं. दुनिया क्या कह रही है इस पर हम नहीं पड़ते. हम सिर्फ काम करते हैं"
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी द्वारा संन्यास के सवालों का जवाब देते हुए राज्य मंत्री ने कहा कि ये सोनिया गांधी का नही बल्कि कांग्रेस पार्टी का संन्यास है. कांग्रेस तो पहले ही संन्यास ले चुकी है वो भी अपनी नीति से और जब बीजेपी सत्ता में आई तो कांग्रेस पूरी तरीके से संन्यास में चली गई. अब BJP सबसे बड़ी पार्टी है.
आपको बता दें श्रावस्ती जनपद में नेशनल मेडिकोज़ आर्गेनाईजेशन के द्वारा लगाए गए विशाल स्वास्थ्य मेले उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुईं थी. इस शिविर में 40 से अधिक मेडिकल कालेजों से जो 100 से अधिक प्रतिष्ठित डॉक्टर पहुंचे, जहां पर हजारों लोगों ने अपना इलाज कराया. मंत्री ने कहा कि ये सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है जो लोगों तक पहुंच रही है. वहीं स्वास्थ्य संबंधित लोगों के मुख्य द्वार पहुंचकर निशुल्क इलाज कराया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- Chardham Yatra 2023: चारधाम यात्रा के दौरान VIP दर्शन के लिए अब लगेगा शुल्क, जानें- कितने पैसे चुकाने होंगे?