लखनऊ, एबीपी गंगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से हर जिले में गरीबों को भोजन मुहैया कराने के आदेश दिए हैं। शनिवार को अपने आवास पर बैठक में उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन के फोन पर मैं नहीं सुनना चाहता कि अभी भोजन नहीं पहुंचा है, भोजन पहुंचने में विलंब हुआ तो इसका जवाब जिला अधिकारियों को देना होगा। इसके अलावा सीएम ने जिला अधिकारियों के कम्युनिटी किचन पर एक रिपोर्ट भी मांगी है। उन्होंने कहा कि भोजन वितरण के कार्य में गांवों में प्रधानों के अलावा नगर निकायों में पार्षदों और अन्य कर्मचारियों की भी इसमें मदद ली जाए और एलपीजी सिलेंडर, दवा एवं जरूरी सामान हर किसी को मिलना चाहिए।
इस बैठक में सीएम ने कहा कि कंट्रोल रूम में अगर कोई फोन नहीं उठा रहा है तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाए। जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दें कि अगर कोई राशन नहीं मिलने की शिकायत करता है तो तुरंत उसका राशनकार्ड बनाने के साथ राशन और 1000 रुपये की मदद उस तक पहुंचाएं। सीएम हेल्पलाइन नंबर पर जिन जिलों की शिकायतें सर्वाधिक आ रही हैं उनकी खुद निगरानी करने के साथ-साथ उनकी सूची भी मुझे उपलब्ध कराएं।
"लॉकडाउन का उल्लंघन सोची-समझी साजिश"
सीएम योगी ने ये भी कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन और अराजकता फैलाना सोची-समझी साजिश है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ऐसे लोगों के साथ बेहद सख्ती के साथ पेश आएं। तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हर किसी की धर-पकड़ करें। सबके मोबाइल जब्त कर कॉल डिटेल की जांच करें। उनके सभी सामान की भी बारीकी से जांच करें। कुछ भी आपत्तिजनक मिलने पर उसे जब्त कर लें। जिन जगहों पर ऐसे लोग ठहरे हैं, उनकी सफाई पर विशेष ध्यान दें।