सीएम योगी बोले- लोकतांत्रिक तरीके से समस्याओं के समाधान की ताकत का एहसास करा रहा है भूमि पूजन
भूमि पूजन के बाद सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से लोकतांत्रिक पद्धति से और संविधान सम्मत तरीके से समस्याओं का समाधान कैसे हो सकता है, भारत ने दुनिया की सभी ताकतों को इस बात का एहसास कराया है.
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन को रामराज्य की अवधारणा से जोड़ते हुए बुधवार को कहा कि मंदिर के लिए संघर्ष की इस परिणति ने लोकतांत्रिक पद्धति और संविधान सम्मत तरीके से समस्याओं के समाधान की भारत की ताकत का एहसास कराया है.
सीएम योगी ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि ये केवल मंदिर निर्माण के कार्यक्रम का शुभारंभ ही नहीं, बल्कि उसे भारत को दुनिया के सामने पेश करने का अवसर भी है जिसे आज से 6 वर्ष पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रामराज्य की अवधारणा को चरितार्थ करने के लिए आगे बढ़ाया था.
यूपी के सीएम ने कहा कि रामराज्य, जिसमें किसी के साथ जाति, क्षेत्र, भाषा के नाम पर कोई भेदभाव नहीं होगा. 'सबका साथ, सबका विकास' की भावना को चरितार्थ करते हुए जिस कार्यक्रम को छह वर्ष पहले आगे बढ़ाया गया था, भगवान राम का भव्य दिव्य मंदिर उनकी कीर्ति के अनुरूप भारत के यश और कीर्ति को देश और दुनिया में इसी के रूप में आगे बढ़ाने का काम करेगा.
'जय श्री राम' के साथ अपना संबोधन शुरू करने वाले मुख्यमंत्री ने कहा कि 500 वर्षों का एक लंबा बड़ा और कड़ा संघर्ष हुआ, लेकिन शांतिपूर्ण ढंग से लोकतांत्रिक पद्धति से और संविधान सम्मत तरीके से समस्याओं का समाधान कैसे हो सकता है, भारत ने दुनिया की सभी ताकतों को इस बात का एहसास कराया है.
योगी ने कहा ''जो सपना हम सब ने देखा है, मुझे लगता है कि उसका एहसास तीन वर्ष पहले अयोध्या में दीपोत्सव के आयोजन के साथ आप सबने किया होगा. आज उस कार्यक्रम की सिद्धि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम जन्मभूमि के भव्य मंदिर के निर्माण कार्य के भूमि पूजन का फल हम सब को देखने को मिला है.'' उन्होंने कहा कि, मंदिर निर्माण का काम श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास करेगा लेकिन अवधपुरी को दुनिया की सबसे वै भवशाली और सबसे समृद्धशाली नगरी के रूप में स्थापित करने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं.
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