Uttarakhand News: योगी आदित्यनाथ साल 2017 में यूपी के सीएम बनने से पहले एक बार गांव आए थे. इसके बाद वह ऋषिकेश और उत्तराखंड तो कई बार आए, लेकिन गांव नहीं जा पाए थे. तीन मई को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पैतृक गांव यमकेश्वर के पंचूर पहुंचेंगे. यूपी में मुख्यमंत्री की कमान संभालने के बाद वह पहली बार गांव पहुंच रहे हैं. उनके आगमन की सभी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. उत्तराखंड सरकार में शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक यमकेश्वर रेनू बिष्ट, जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे और एसएसपी यशवंत सिंह चौहान ने शुक्रवार को योगी के गांव पहुंचकर परिजनों का हालचाल जाना और योगी के कार्यक्रम के लिए की जा रही व्यवस्थाओं का जायजा लिया.


योगी आदित्यनाथ साल 2017 में यूपी के सीएम बनने से पहले एक बार गांव आए थे. इसके बाद वह ऋषिकेश और उत्तराखंड तो कई बार आए, लेकिन गांव नहीं जा पाए थे. 20 अप्रैल, 2010 में उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट का निधन हो गया था, तब कोरोनाकाल की व्यस्तताओं के कारण वह नहीं पहुंच सके थे. दोबारा सीएम बनने के बाद उन्होंने गांव आकर मां से आशीर्वाद लेने की बात कही थी. इसी कार्यक्रम के तहत वह तीन मई को गांव पहुंच रहे हैं. यमकेश्वर के बिथ्याणी स्थित महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में उनके आगमन को लेकर मंच निर्माण से लेकर अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं.


प्रशासन ने शुरू की तैयारियां


सिंह धामी और कई मंत्री भी यहां पहुंचेंगे. योगी की यहां जनसभा भी होगी, जिसके लिए जिला पुलिस और प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. योगी के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर डा. धन सिंह रावत ने कार्यक्रम स्थल पर बिजली, पेयजल सहित अन्य व्यवस्थाएं बनाने, लोगों के आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते बनाने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं. मंत्री ने योगी की मां सावित्री देवी समेत परिजनों से मुलाकात कर हालचाल जाना. इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख आशा भट्ट, उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, जिला पंचायत सदस्य अमन बिष्ट, बीजेपी जिलाध्यक्ष संपत्त सिंह रावत, महामंत्री जंगबहादुर रावत आदि मौजूद थे.


ये भी पढ़ें-


UP: 'लाउडस्पीकर' से पहले भी दूसरे राज्यों ने अपनाए हैं यूपी के ये मॉडल, जानें- कब कब हुआ है ऐसा?


Loudspeaker Row: लाउडस्पीकर के सवाल पर शिवपाल यादव का बड़ा बयान, बोले- 'अचानक शुरू हुए इस फसाद की जड़ कौन?'