Yogi Adityanath Shapath Grahan: उत्तर प्रदेश में 10 मार्च को आया ऐतिहासिक चुनाव परिणाम आज अपने अंजाम तक पहुंचेगा. योगी 2.0 की आज से शुरुआत हो जाएगी. भव्य आयोजन के बीच योगी आदित्यनाथ शपथ लेंगे. साथ में मंत्रियों की भी लंबी टीम होगी. तैयारियां भव्य हैं और मेहमानों की लिस्ट काफी लंबी है. कई मेहमानों को तो खुद योगी आदित्यनाथ ने फोन पर बुलाया है.


योगी आदित्यनाथ एक बार फिर चुने गए विधायक दल के नेता
बता दें कि योगी आदित्यनाथ को गुरुवार को एक बार फिर सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नवनिर्वाचित विधायक दल का नेता चुन लिया गया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया है. आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे. बीजेपी द्वारा केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर भेजे गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सह पर्यवेक्षक व झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की मौजूदगी में आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुना गया.


बीजेपी विधायक दल के सबसे वरिष्ठ सदस्य सुरेश कुमार खन्ना ने आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका सूर्य प्रताप शाही, बेबी रानी मौर्य, नंद गोपाल गुप्ता नंदी और राम नरेश अग्निहोत्री ने समर्थन किया. उसके बाद मौजूद सभी विधायकों ने इस पर रजामंदी दे दी. इस मौके पर मंच पर बीजेपी के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल व निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद भी मौजूद थे.


आदित्यनाथ ने बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद अपने संबोधन में कहा, ''आज पार्टी ने मुझे फिर से जिम्मेदारी दी है. मैं फिर से वचन देता हूं कि हम बिना डिगे, बिना थके, बिना रुके प्रधानमंत्री के विजन (दृष्टिकोण) के अनुरूप उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता को जनार्दन (भगवान) मानकर उनकी सेवा के लिए पूरी ईमानदारी और तत्परता के साथ समर्पित भाव से काम करेंगे. हमारा पूरा विधायक दल इस अभियान का साक्षी बने और एक टीम के साथ तौर पर काम करता दिखे."


राज्य में इस बार भी दो उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं
उधर, दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने उत्तर प्रदेश में सरकार के गठन की कवायद को अंतिम रूप दिया. पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, राज्य में इस बार भी दो उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं. निवर्तमान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के साथ-साथ उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को उपमुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदारों के तौर पर देखा जा रहा है.


बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय मंत्री व बीजेपी के चुनाव प्रभारी रहे धर्मेंद्र प्रधान भी प्रदेश सरकार के गठन की कवायद में शामिल रहे. इन नेताओं ने उत्तर प्रदेश की नई कैबिनेट में जातीय और क्षेत्रीय समीकरण साधने पर विचार विमर्श किया. जाटव समुदाय से ताल्लुक रखने वाली बेबी रानी मौर्य को नई सरकार में महत्वपूर्ण पद मिलने की संभावना है. उन्होंने उत्तराखंड के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ा था.


बीजेपी को 255 सीटें मिली थी
प्रदेश के निवर्तमान कानून मंत्री बृजेश पाठक, उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले पूर्व नौकरशाह एके शर्मा को भी मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण पद दिए जाने की संभावना है. इनमें उपमुख्यमंत्री का पद भी शामिल है, बशर्ते पार्टी इस पद पर नए चेहरे लाना चाहे. उत्तर प्रदेश विधानसभा के हाल में संपन्न हुए चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी को 255 सीटें मिली थी जबकि उसके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) को 12 और निषाद पार्टी को छह सीटों पर जीत हासिल हुई थी.