योगी आदित्यनाथ सरकार के तीन साल पूरे...लंबे कार्यकाल वाले भाजपा के पहले सीएम
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के आज तीन साल पूरे हो रहे हैं....इस मौके पर सीएम ने प्रदेश वासियों को बधाई दी है। वहीं योगी आदित्यनाथ अपनी सरकार की उपलब्धियों को लेकर आज प्रेस कॉफ्रेंस कर सकते हैं
लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में तीन साल का कार्यकाल पूरे होने पर योगी आज अपने सरकार के तीन साल की उपलब्धियों के बारे में बताएंगे। इसे लेकर वे आज प्रेस कॉफ्रेंस भी करेंगे। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ भाजपा के 6 संगठनात्मक क्षेत्रों का दौरा भी करेंगे। योगी 19, 20, 23 और 24 मार्च को संगठनात्मक क्षेत्रों के दौरे पर रहेंगे। हर क्षेत्र के एक बड़े जिले में दिन के वक्त कार्यक्रम होगा, जबकि रात में उसी क्षेत्र के किसी छोटे जिले में सीएम योगी प्रवास कर सकते हैं। सरकार के तीन साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ट्वीट करते हुये प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं दीं।
प्यारे प्रदेशवासियों! आप सब को आपकी सरकार की तीसरी वर्षगांठ पर शुभकामनाएं। जय हिंद, जय उत्तर प्रदेश।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 18, 2020
गौरतलब है कि मार्च 19, 2017 को योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली थी। योगी आदित्यनाथ प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन जाएंगे, जिन्होंने तीन साल कार्यकाल पूरा किया है। आदित्यनाथ से पहले भाजपा के कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और राम प्रकाश गुप्ता भी यूपी के सीएम रह चुके हैं। आपको बता दें कि भाजपा के कल्याण सिंह दो बार, राम प्रकाश गुप्ता और राजनाथ सिंह एक-एक बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। कल्याण सिंह पहली बार जून 1991 में प्रदेश के सीएम बने थे और 6 दिसंबर 1992 तक वे इस पद पर रहे। दूसरी बार वह 21 सितंबर 1997 से नवंबर 1999 तक के लिए सीएम बने। इनके अलावा, राम प्रकाश गुप्ता नवंबर 1999 से अक्टूबर 2000 तक यूपी के सीएम रहे। वहीं, राजनाथ सिंह कार्यकाल अक्टूबर 2000 से शुरू होकर मार्च 2002 तक चला।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली थी ऐतिहासिक जीत उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने हालिया विधानसभा चुनाव में अपना दल और एसपीएसपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में सभी को चौंकाते हुये भाजपा ने 312 सीटें जीतीं थीं। वहीं, ओम प्रकाश राजभर की एसबीएसपी को चार सीटें और अपना दल (सोनेलाल) को 9 सीटें हासिल हुईं। विधानसभा चुनाव में इतनी बड़ी जीत के बाद भी गोरखपुर, फूलपुर और कैराना में हुए लोकसभा उपचुनावों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।