लखनऊ, एबीपी गंगा। बीजेपी के वरिष्ठ नेता जेपी नड्डा पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार आज लखनऊ आ रहे हैं। नड्डा के लखनऊ दौरे के कई मायने निकाले जा रहें हैं। दरअसल, एक तरफ योगी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार होना है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी में नए सिरे से संगठन का गठन भी होना है। ऐसे में नड्डा का एक दिवसीय लखनऊ दौरा काफी अहम माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि नड्डा के दौरे के बाद योगी सरकार में बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है। गौरतलब है कि पिछले ढाई साल में योगी मंत्रीमंडल में फेरबदल की कई बार चर्चा हुई, लेकिन अभी तक एक बार भी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ। हालांकि, अब इसमें बदलाव के संकेत मिल रहे हैं।
बीजेपी के नेता खुद कह रहे हैं कि हर मंत्री के काम की पूरी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान के पास है और जिसने अच्छा काम किया है उसे प्रमोट किया जाएगा और जिसने बेहतर काम नहीं किया है उसे बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है। बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष जेपी एस राठौर ने बताया कि जब राष्ट्रीय अध्यक्ष आते हैं तो इन मुद्दों पर भी चर्चा भी जरूर होती है।
नड्डा के स्वागत की जोरदार तैयारी
जेपी नड्डा के स्वागत के लिए बीजेपी ने जोरदार तैयारी की है। राजधानी लखनऊ के हर चौराहे पर जेपी नड्डा के स्वागत में बड़े-बड़े होर्डिंग्स और बैनर लगाए गए हैं। पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद जे पी नड्डा पहली बार लखनऊ आ रहे हैं तो बीजेपी उनके स्वागत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। लखनऊ के मेयर और विधायक समेत तमाम कार्यकर्ता के रोड शो का अपने अपने इलाकों में स्वागत करेंगे। पार्टी कार्यालय पर भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया है जिसमें मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय सहित योगी मंत्रिमंडल के सभी सदस्य, पार्टी के सभी विधायक, पदाधिकारी शामिल होंगे।
मंत्री पद के लिए किस-किस का नाम?
सबसे ज्यादा चर्चा बीजेपी में इस बात को लेकर हो रही है कि आखिर किन लोगों को मंत्रीमंडल में जगह मिलेगी और किसका पत्ता कटेगा। सूत्रों की मानें तो मंत्री बनने की रेस में जो नाम सबसे आगे है उनमें वरिष्ठ नेता और एमएलसी विद्या सागर सोनकर, एमएलसी और पश्चिम से आने वाले अशोक कटारिया का भी नाम है। वहीं अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल के नाम की भी चर्चा है। वहीं, कुछ मंत्रियों को इस बार प्रमोट भी किया जा सकता है। इनमें कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक, श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा के नाम संभावित हैं जबकि मुकुट बिहारी वर्मा, चेतन चौहान, धर्मपाल सिंह, सिद्धार्थनाथ सिंह और अनुपमा जायसवाल के विभागों में बदलाव की संभावना है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
राजनीतिक विश्लेषक रतनमणि लाल का साफ तौर पर कहना है कि यूपी में भी योगी कैबिनेट में केंद्र की तरह की कुछ बदलाव किये जा सकते हैं। कई विभागों का समायोजन किया सकता है जिससे मंत्रियों की संख्या भी कम हो जाएगी और ऐसे में जाहिर है कुछ लोगों को मंत्रीमंडल से हटाया भी जाएगा, लेकिन इस फेरबदल में बीजेपी जातीय समीकरणो के साथ-साथ क्षेत्रीय समीकरणों को भी जरूर ध्यान में रखेगी।