UP Politics: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपने पसमांदा कार्ड को लेकर अब एक और मास्टर स्ट्रोक लगाने की तैयारी कर ली है.  दरअसल राज्य सरकार ने बुनकरों को बिजली बिल में सब्सिडी देने का प्रस्ताव तैयार किया है.


सीएम योगी के आदेश पर इस पर काम तेज हो गया है. दीगर है कि बुनकर समाज में पसमांदा मुसलमानों की तादाद सबसे ज्यादा है. सरकार के ताजा रुख के बाद उनकी उम्मीदें बढ़ गई हैं. सस्ती बिजली उनकी पुरानी मांग में एक रही है. 


दरअसल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य में ढाई लाख से अधिक बुनकरों के आर्थिक विकास को गति देने के लिए करघों को बिजली के बिल पर सब्सिडी मुहैया कराई जानी चाहिए.


योगी ने कहा, “बिजली विभाग को बुनकरों की उत्पादकता में सुधार के लिए उन्हें सब्सिडी देने की व्यवस्था करनी चाहिए. इससे बिजली की चोरी भी रुकेगी.”


उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में ढाई लाख से ज्यादा बुनकर पॉवरलूम से जुड़े हुए हैं. यही उनकी आजीविका का मुख्य साधन है. इसलिए सब्सिडी की व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.”


करघों में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल पर भी जोर
एक सरकारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने बुधवार को एमएसएमई बुनकर योजना से जुड़े एक प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने बिजली की खपत और उस पर दी जाने वाली सब्सिडी को लेकर अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की.


योगी ने कहा कि बुनकर व्यवसाय से जुड़े प्रदेश के बड़े केंद्र जैसे आंबेडकर नगर, वाराणसी, मऊ, गोरखपुर, मेरठ आदि के सम्भ्रांत बुनकर व्यवसायियों से बात करके उनकी राय ली जानी चाहिए. उन्होंने करघों में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल पर भी जोर दिया.


मुख्यमंत्री ने कहा, “हम वर्तमान में सौर पैनल लगाने के लिए 30,000 रुपये तक की सब्सिडी दे रहे हैं. बुनकरों को इसी तरह प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और युद्ध स्तर पर काम किया जाना चाहिए.”


योगी ने इस बात पर भी जोर दिया कि बुनकरों को नयी तकनीक अपनाने और अपने उत्पादों एवं डिजाइन में सुधार लाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.