लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सड़कों और एक्सप्रेस वे से गुजरने वाले यात्रियों को अब सुरक्षा और सहयोग का नया एहसास होगा. यूपी से गुजरने वाले यात्रियों को पुलिस के जवान चाक चौबंद सुरक्षा देंगे और आपात स्थिति में मदद के लिए तत्काल मौजूद रहेंगे. योगी सरकार हाईवे और एक्सप्रेस वे पर सुरक्षा और सहयोग के लिए यूपी 112 के जवानों की तैनाती करने जा रही है. हाइवे और एक्सप्रेस वे पर पुलिस के जवानों को तैनात कर यात्रियों की सुरक्षा और सहयोग सुनिश्चित करने वाला यूपी देश का पहला राज्य होगा. योगी सरकार के इस फैसले को राज्य को दुनिया में पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है.
सारथी की भूमिका भी निभाएंगे जवान
योगी सरकार त्यौहारों के इस मौसम में यात्रियों को यूपी की सड़कों पर सुरक्षित और सुहाने सफर का उपहार देने जा रही है. यूपी की सड़कों से गुजरने वाले यात्रियों की सुरक्षा तय करने के साथ ही सड़कों पर तैनात पुलिस के जवान सारथी की भूमिका भी निभाते नजर आएंगे. यात्रियों का हाल चाल लेंगे. रास्तों की जानकारी देंगे. जरूरतमंदों को जलपान, अस्पताल और अन्य जरूरी सुविधाओं के बारे में भी पुलिस के जवान बताएंगे.
हादसों पर लगेगी रोक
योगी सरकार का ये फैसला दुर्घटना में घायल होने वालों के लिए जीवनदान साबित हो सकता है. एक्सप्रेस वे और हाइवे पर तैनात यूपी 112 के जवान पलक झपकते ही न सिर्फ घायलों की मदद को पहुंच जाएंगे बल्कि उन्हें सबसे पहले नजदीक के अस्पताल पहुंचा कर इलाज भी शुरू कराएंगे. पुलिस के जवानों की तैनाती से एक्सप्रेस वे और हाइवे पर होने वाली दुर्घटनाओं पर भी काफी हद तक रोक लगाई जा सकेगी. निर्धारित गति से ज्यादा तेज और यातायात नियमों को पालन नहीं करने वालों को चिन्हित कर तत्काल कार्रवाई की जा सकेगी. एक्सप्रेस वे पर जहां तहां गाड़ियों के रुकने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर भी रोक लग सकेगी.
कारगर साबित हो सकती है 112 की तैनाती
कोहरे के दौरान खास तौर से एक्सप्रेस वे और हाइवे पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने में भी यूपी 112 की तैनाती काफी कारगर साबित हो सकती है. इस योजना को आकार दे रहे यूपी 112 के एडीजी असीम अरुण बताते हैं कि 112 के जवान 24 घंटे एक्सप्रेस वे पर गश्त करेंगे. पीआरवी के जवान असुरक्षित तरीके से खड़े वाहनों को हटाने के साथ हाइवे की सुरक्षा के लिए लगाए गए तार, बाड़ की देख रेख और अवैध तरीके से चल रहे होटल, दुकानों का संचालन भी बंद कराएंगे.
दिखने लगा है असर
एक्सप्रेस वे पर तैनात 112 की पीआरवी यूपीडा के कंट्रोल रूम के साथ जुड़ी होगी और समन्वय स्थापित कर काम करेगी. सुरक्षा के लिए पीआरवी पर उच्च गुणवत्ता के चमकीले स्टिकर लगाए गए हैं ताकि दूर से ही यात्रियों को दिख सकें. पीआरवी के पुलिसकर्मियों को हाई विजिबिलिटी वाले जैकेट दिए गए हैं. एडीजी असीम अरुण ने बताया कि जवानों की तैनाती का असर दिखने लगा है. अपराध के कई मामलों को रोकने में सफलता मिली है.
लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे की गई तैनाती
पहले चरण में योगी सरकार ने लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर ट्रायल के तौर पर यूपी 112 की तैनाती कर दी है. एक्सप्रेस वे पर 112 सेवा की कुल 18 पीआरवी तैनात की गई हैं. ट्रायल सफल होने के बाद दूसरे चरण में यमुना एक्सप्रेस वे पर 112 की तैनाती की जानी है. इसके साथ ही यूपी सरकार अपने हर हाइवे पर 112 की तैनाती करेगी. हाईवे पर 112 की तैनाती के जरिये योगी सरकार जहां यात्रियों की सुरक्षा और सहयोग सुनिश्चित करेगी वहीं शहरी इलाकों से दूर एक्सप्रेस वे और हाइवे के किनारे बसे गांवों और कस्बों में पुलिस की पहुंच आसान करेगी. राज्य सरकार के निर्देश पर हाइवे के हॉट स्पॉट भी चिह्नित किए जा रहे हैं. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हाइवे पर स्थित अस्पतालों को सूचीबद्ध किया जा रहा है.
पर्यटन उद्योग से जोड़ कर देखा जा रहा है फैसला
योगी सरकार के इस फैसले को उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ते पर्यटन उद्योग से जोड़ कर देखा जा रहा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2019 में यूपी देशी पर्यटकों की सबसे बड़ी पसंद बन कर उभरा. पर्यटकों की संख्या के लिहाज से उत्तर प्रदेश पिछले साल देशी पर्यटकों के मामले में पहले नंबर पर रहा. अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा, आगरा, चित्रकूट, कुशीनगर, श्रावस्ती, लखनऊ, गोरखपुर, लखीमपुर, बहराइच, झांसी जैसे करीब दो दर्जन जिलों में पर्यटकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ी है. सड़कों पर सुरक्षा और सहयोग के अनूठे माहौल के जरिए योगी सरकार पर्यटकों को एक बड़ा संदेश देना चाहती है.
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